रेलवे के स्लीपर कोच में 72 की जगह 80 सीटें होंगी

रेलवे के स्लीपर कोच में 72 की जगह 80 सीटें होंगी

अब लंबी दूरी की हर ट्रेन की स्लीपर बोगी में 72 की जगह 80 सीटें होंगी। रेलवे बोर्ड में इस योजना पर काम शुरू है। 

रेलवे की कपूरथला कोच फैक्ट्री में नए मॉडल का मॉडिफाइड कोच बनाने का काम शुरू भी हो गया है। नवंबर में दिल्ली से खुलने वाली दक्षिण एक्सप्रेस, भोपाल में कामायनी एक्सप्रेस और पंजाब मेल जैसी तीन ट्रेनों में इसका ट्रायल होगा। यात्रियों के फीडबैक के आधार पर अन्य ट्रेनों में भी ऐसे कोच लगाए जाएंगे।

पुरी-दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस में पहले से तीन बोगियों में 80 सीटों (स्लीपर में एस 4 से 6 तक) की सुविधा उपलब्ध है। जल्द ही नीलांचल, संपर्क क्रांति, उत्कल, ज्ञानेश्वरी, गीतांजलि व मुंबई मेल समेत अन्य ट्रेनों में भी सीटें बढ़ जाएंगी। ट्रेनों में सीटों की संख्या बढ़ने से र्वेंटग का झंझट भी खत्म होगा। लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को कन्फर्म बर्थ मिला करेगी। इससे किसी को अंतिम समय में यात्रा रद्द नहीं करनी पड़ेगी।

यात्रियों को लाभ

एक ट्रेन में बढ़ जाएंगी सौ से अधिक सीटें

यात्रियों को मिल जाएगी कन्फर्म सीट 

सीटें बढ़ने से रेलवे का बढ़ेगा राजस्व

ये है योजना

2017-में देशभर की 150 ट्रेनों में लगेंगी 80 सीटों वाली स्लीपर बोगियां

2018-तक ढाई सौ से ज्यादा लंबी दूरी की ट्रेनों में होगी ऐसी सुविधा

2020-तक रेलवे में सभी यात्रियों को कन्फर्म सीट देने का बना लक्ष्य 

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