धनतेरस के चलते बाजारों में छाई रौनक

धनतेरस के चलते बाजारों में छाई रौनक

पांच दिवसीय दीपोत्सव के पहले दिन की शुरुआत सोमवार को धनतेरस के साथ हो रही है। भगवान कुबेर और आयुर्वेद के प्रणेता भगवान धनवंतरी की पूजा के साथ बर्तन आदि खरीदने का खास महत्व है। बाजार भी धनतेरस के लिए तैयार हो चुका है और चार-पांच महीने की नरमी के बाद शहर के छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों को सोमवार को बंपर सेल की उम्मीद है। इसके लिए सिटी के सभी व्यापारियों ने महीनों पहले से इंतजाम शुरू कर दिए थे। धनतेरस पर बर्तनों की सबसे अधिक डिमांड होती है। वहीं मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर आदि की दुकानों और शोरूम में भी अच्छी खासी भीड़ उमड़ती है। इसकी सेल भी पूरे साल में धनतेरस पर ही सबसे अधिक होती है।

धनतेरस के पर्व को भगवान धनवंतरी के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। यह दिन कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। धन्वंतरी को हिन्दू धर्म में देवताओं के वैद्य माना जाता है। ये एक महान चिकित्सक थे जिन्हें देव पद प्राप्त हुआ। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये भगवान विष्णु के अवतार समझे जाते है।  ऐसी मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन के दौरान आयुर्वेद के जनक और देवताओं के वैद्य भगवान धनवतंरी हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। धनतेरस को मां लक्ष्मी, कुबेर और यम के त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन घर के बाहर दीया जलाकर रखते हैं और दीपदान का भी विशेष महत्व बताया गया है। इससे यम प्रसन्न होते हैं और जीव की अकाल मृत्यु नहीं होती है।

 

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