
विमान यात्रा, टेलीफोन, होटल में खाने से लेकर बैंकिंग तक सभी सेवाएं आगामी 15 नवंबर से महंगी हो जाएंगी। सरकार ने शुक्रवार को सभी कर योग्य सेवाओं पर 0.5 फीसदी का उपकर लगाने की घोषणा की है। यह उपकर स्वच्छ भारत कार्यक्रम के वित्तपोषण के लिए लगाया जा रहा है। यह उपकर पहले से लागू 14 फीसदी के सेवाकर के अतिरिक्त होगा। इस उपकर से सरकार को चालू वित्त वर्ष की शेष बची अवधि में अतिरिक्त चार हजार करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। वित्त मंत्रालय के बयान में कहा गया है, सरकार ने 15 नवंबर 2015 से सभी सेवाओं पर 0.5 फीसदी की दर से स्वच्छ भारत उपकर लगाने का फैसला किया है। यह उपकर उन सेवाओं पर लगेगा जिन पर सेवा कर लगता है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2015-16 के बजट में जरूरत महसूस होने पर सभी या कुछ सेवाओं पर दो फीसदी तक का स्वच्छ-भारत उपकर लगाने का प्रस्ताव किया था। 0.5 फीसदी उपकर का तात्पर्य है कि प्रत्येक 100 रुपये की कर योग्य सेवाओं पर 50 पैसे अतिरिक्त देने होंगे। बयान में कहा गया है, स्वच्छ भारत उपकर एक और कर नहीं है, बल्कि यह स्वच्छ भारत में प्रत्येक नागरिक को शामिल करने और योगदान देने का कदम है। इस उपकर से प्राप्त राशि का इस्तेमाल स्वच्छ भारत पहल में किया जाएगा।
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