
देश में दाल दलहनों की कीमत में तेजी कीमत को देखते हुए केन्द्र सरकार ने चालू रबी सत्र में दलहन की खेती को प्रोत्साहित करने और इसके लिए आयात पर निर्भरता कम करने के लिए मसूर और चने के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 325 रुपये प्रति कुंतल की बड़ी वृद्धि की है। इसमें 75 रुपये प्रति कुंतल का बोनस भी शामिल है। इन दलहनों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 250 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि के अलावा आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने इन पर 75 रुपये प्रति कुंतल का बोनस देने की भी मंजूरी दी है। बोनस को मिलाकर 2015-16 के रबी सत्र में चने का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3,500 रुपये प्रति कुंतल तथा मसूर का 3,400 रुपये प्रति कुंतल होगा। एमएसपी में भारी वृद्धि के बावजूद इन दलहनों का समर्थन मूल्य खुले बाजार की कीमत से काफी कम है।
रबी सत्र 2015-16 के लिए इस सीजन की मुख्य फसल गेहूं का एमएसपी 75 रुपये बढ़ाकर 1,525 रुपये कुंतल किया गया है जबकि तिलहन के एमएसपी में 250 रुपये कुंतल की वृद्धि की गई है। बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने सीसीईए की बैठक के बाद कहा, सीसीईए ने 2015.16 सत्र के रबी फसलों के वृद्धि को मंजूरी दी है जिनका विपणन वर्ष 2016.17 में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि छह रबी फसलों.. गेहूं, जौ, चना, मसूर, रेपसीड, सरसों और सूरजमुखी बीज के एमएसपी को बढ़ाया गया है। इकाई कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने इस बाबत सिफारिश की थी।
दलहनों के उत्पादन को बढ़ाने के लिए सीसीईए ने वर्ष 2015.16 के लिए मसूर और चना के न्यूनतम समर्थन मूल्य 250-250 रुपये बढ़ाकर क्रमश: 3,325 रुपये प्रति कुंतल और 3,425 रुपये प्रति कुंतल किया है। गोयल ने कहा कि चना और मसूर के एमएसपी को करीब आठ प्रतिशत बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा, सीएसीपी की सिफारिशों से ऊपर केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने आज चना और मसूर के मामले में 75 रुपये प्रति कुंतल का अतिरिक्त बोनस देने का फैसला किया है। इससे किसानों को कुछ राहत मिलेगी। गेहूं के एमएसपी को 75 रुपये प्रति कुंतल बढ़ाकर रबी सत्र 2015.16 के लिए 1,525 रुपये किया गया है जो पिछले वर्ष के समान सत्र में 1,450 रुपये प्रति कुंतल था। इसी प्रकार जौ के एमएसपी को 75 रुपये बढ़ाकर 1,225 रुपये कुंतल किया गया है जो पहले 1,150 रुपये क्विंटल था। रबी फसलों की बुवाई का काम अक्तूबर में शुरू होता है और कटाई का काम अप्रैल के बाद शुरू होता है।
तिलहनों की खेती को प्रोत्साहित करने तथा खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता को खत्म करने के लिए सीसीईए ने वर्ष 2015-16 के लिए रैपसीड सरसों के एमएसपी को 250 रुपये बढ़ाकर क्रमश: 3,350 रुपये कुंतल किया है जो वर्ष भर पूर्व की समान अवधि में 3,100 रुपये कुंतल था।
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