
वेदान्ता समूह ने राजस्थान में जस्ता-सीसा खदानों एवं तेल के कारोबार के विस्तार के लिए 20,500 करोड़ रुपये के निवेश करने के समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए है। वेदान्ता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक ने उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडग़ढ़ भीलवाड़ा एवं अजमेर में जस्ता-सीसा अयस्क खदानों एवं स्मेल्टर्स के विस्तार एवं विकास तथा एक नया उर्वरक संयंत्र स्थापित करने के लिए 8,357 करोड रुपये के निवेश के एक समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। हिन्दुस्तान जिंक पहले ही राजस्थान में अपने बिजनेस में 12,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है।
हिन्दुस्तान जिंक अपना वार्षिक वर्तमान उत्पादन 9.09 लाख टन से बढ़ाकर 12.80 लाख टन करने तथा वार्षिक धातु उत्पादन 0.85 लाख टन से 1.028 लाख टन बढ़ाने की ओर अग्रसर है। हिन्दुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील दुग्गल ने बताया कि हिन्दस्तान जिंक राजस्थान सरकार के साथ मिलकर अपने व्यापार के साथ-साथ सामाजिक परियोजनाओं पर कार्य कर रहा है।
हिन्दुस्तान जिंक ने आने वाले तीन वर्षों में 8,357 करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए राजस्थान सरकार के साथ एक समझौते के ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये है। उन्होंने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक अपनी खदानों एवं स्मेल्टर्स के विस्तार के साथ एवं राजस्थान में एक नया उर्वरक संयंत्र स्थापित करने पर भी विचार हो रहा है। राजस्थान मे अनुमानित 1350 करोड़ रुपये की लागत से 0.5 लाख टन वार्षिक उत्पादन क्षमता का डाई अमोनियम उर्वरक संयंत्र स्थापित करने पर विचार हो रहा है। हिन्दुस्तान जिंक के कुल निवेश से 7000 से अधिक अतिरिक्त लोगों को रोजगार मिलेगा।
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