
व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए को लेकर केंद्र सरकार ने विश्व बैंक से 700 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। इस बाबत जानकारी देते हुए अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि केंद्र ने नई मंजिल परियोजना के तहत व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिये विश्वबैंक से 700 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता मांगी है। केवल यही नहीं, इस योजना को लेकर विश्वबैंक भी राजी है। उन्होंने दक्षिण 24 परगना जिले के नीमपीठ में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत करते हुए यह बात कही। आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि नई मंजिल परियोजना के तहत बीच में ही स्कूल छोड़ देने वालों और मदरसों से पढ़ने वाले छात्रों में जो ज्ञान का अंतर है उसे दूर करने और उन्हें मुख्य धारा के स्कूलों एवं कॉलेजों में दाखिले को सुगम बनाने पर भी जोर दिया गया है। नजमा ने कहा कि विश्वबैंक से ऐसी ही योजनाओं के लिए अन्य देशों द्वारा कर्ज पहले ही मांगे जा चुके है। उन्होंने कहा कि विश्वबैंक योजना से प्रभावित है और इसे दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका में लागू करना चाहता है। इस बीच, पश्चिम बंगाल के नीमपीठ में नजमा ने कहा कि माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनेंस एजेंसी (मुद्रा) योजना के तहत करीब 12 करोड़ लोगों को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें महिलाओं पर विशेष जोर दिया गया है।
Leave a comment