
ई-कामर्स कंपनियों ने अब खुदरा कारोबार पर भी दांव लगाना शुरू कर दिया है। कई ई-कामर्स कंपनियां खुदरा क्षेत्र में उतर रही हैं और भविष्य में यह रुख और मजबूत होने की संभावना है। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे ई-कामर्स कंपनियों को ऑनलाइन ब्रांड को मजबूत करने का अवसर मिलता है। अपने ब्रांड को अन्य ऑनलाइन ब्रांडों से अलग दिखाने के लिए कई ई-कामर्स कंपनियां ऑफलाइन दुकानें खोल रही है। प्रापर्टी सलाहकार जेएलएल इंडिया के अनुसार इस होड़ में शामिल होने वाली नई कंपनी पेपरफ्राई है जिसने हाल में लिकिंग रोड, सांताक्रूज में 1,800 वर्ग फुट जगह लीज पर ली है। इसी तरह ऑनलाइन शुरुआत करने वाले आईवयर ब्रांड लेंसकार्ट ने बाद में रिटेल मॉल्स में अपने स्टोर खोले। ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी मेकमाईट्रिप भी एक दर्जन से अधिक स्टोर खोले चुकी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई कंपनियां अब इस बात को समझ चुकी हैं कि परिधान, चश्मे और आभूषण जैसे उत्पादों के मामले में उपभोक्ताओं की उपस्थिति स्टोरों के जरिये बढ़ाई जा सकती है। आर्टएंडडेकोर्सकाम के संस्थापक एवं सीईओ दिव्यान गुप्ता कहते है, वास्तविकता यह है कि ऑनलाइन कारोबार अभी भी खुदरा कारोबार की तुलना में बेहद सीमित है। यही वजह है कि कंपनियां यह सुनिश्चित करना चाहती हैं कि वे खुदरा दुकानें खोलकर अपनी उपस्थिति बढ़ाए। जीनियस कंसल्टेंटस के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर पी यादव ने कहा कि भारतीय समाज का एक बड़ा हिस्सा मध्यम वर्ग का है। भारतीय अभी भी खर्च करने में काफी सावधानी बरतते हैं। इसी मजबूत मध्यम वर्ग के लिए देशभर में खुदरा दुकानें खुली है।
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