भारतीय अर्थव्यवस्था 3 वर्षों में दोगुना हो सकती है: सुरेश प्रभु

भारतीय अर्थव्यवस्था 3 वर्षों में दोगुना हो सकती है: सुरेश प्रभु

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश जिस प्रकार विकास कर रहा है, अगर यह क्रम जारी रहा, तो भारतीय अर्थव्यवस्था तीन साल में बढ़ कर दोगुनी हो सकती है। 20,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की पूरी संभावना है। ये बातें शुक्रवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि विकास के लिए सोच में स्पष्टता और व्यापक योजना जरूरी है। देश में महंगाई दर घट गयी है। अर्थव्यवस्था में तेजी दिखायी पड़ रही है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) बढ़ रहा है। विदेशी निवेशकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं के प्रति गहरा सम्मान है और वे भारत में निवेश करना चाहते है। इस पृष्ठभूमि में हम तीन या साढ़े तीन साल में अर्थव्यवस्था का आकार दोगुना कर सकते है। देश से गरीबी उन्मूलन और भ्रष्टाचार खत्म करना भी जरूरी है। अगर गरीबी बरकरार रही, तो विकास बेमानी है।

विकास का अर्थ ही होता है कि समाज के हर वर्ग का विकास। साथ ही विकास के साथ क्षमता और उत्पादकता भी बढ़नी चाहिए। इसलिए सोच में स्पष्टता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समावेशी विकास तथा गरीबी और भ्रष्टाचार उन्मूलन का लक्ष्य हासिल करने के लिए संगठित प्रयास और व्यापक रणनीति अपनाने की जरूरत है। इस मौके पर आइसीएआइ के अध्यक्ष मनोज फड़नीस, चेयरमैन प्रमोद दयाल रूंगटा व सचिव मनीष गोयल सहित अन्य उपस्थित थे।

 

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