पेमेंट्स बैंक खोलेंगी पोस्ट ऑफिस और टेलीकॉम कंपनियां

पेमेंट्स बैंक खोलेंगी पोस्ट ऑफिस और टेलीकॉम कंपनियां

आरबीआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडिया पोस्ट, भारती एयरटेल, वोडाफोन और पेटीएम सहित 11 आवेदकों को पेमेंट्स बैंक खोलने की सैद्धांतिक अनुमति दे दी है। इन बैंकों में पैसा जमा किया जा सकेगा। साथ ही, विदेश से पैसा भेजने पर ये बैंक संबंधित व्यक्ति को पेमेंट करेंगे। ये बैंक हालांकि कर्ज नहीं देंगे। आरबीआई के सामने पेमेंट्स बैंक के लिए 42 आवेदन आए थे। इनमें से सन फार्मा के फाउंडर दिलीप सांघवी, आदित्य बिड़ला नुवो, फिनो पे टेक, टेक महिंद्रा, नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और चोलामंडलम फाइनेंस को भी आरबीआई ने सैद्धांतिक अनुमति दी है।

आरबीआई ने एक बयान में कहा, इस मामले में जांच इस लिहाज से की गई कि प्रस्ताव में कितना फाइनेंशियल दमखम है, प्रमोटर का पांच साल ट्रैक रिकॉर्ड भी देखा गया और प्रमोटर ग्रुप की अहम इकाइयों के हाल पर भी नजर डाली गई।

जिन आवेदकों को मंजूरी नहीं मिली, उनमें मुथूट फाइनेंस, फ्यूचर रिटेल के किशोर बियानी और वीडियोकॉन शामिल है। बयान में कहा गया कि आरबीआई ने टेक्नोलॉजी के जरिए कस्टमर्स तक पहुंच बनाने की क्षमता और बैंकिंग सेवाओं के दायरे से बाहर के इलाकों तक सेवाएं पहुंचाने लायक फाइनेंशियल ताकत के आधार पर आवेदकों का आकलन किया। आरबीआई ने कई आवेदकों की उम्मीद यह वादा करते हुए जिंदा रखी है कि वह 'ऑन-टैप' लाइसेंसिंग की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसका अर्थ यह है कि आवेदक जब चाहें, लाइसेंस के लिए आवेदन दे सकते है।

पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने कहा, हम इस मौके का पूरा फायदा उठाएंगे। उन्होंने कहा, टेक्नोलॉजी के जरिए पेटीएम साल 2020 तक 50 करोड़ भारतीयों को मेनस्ट्रीम इकनॉमी में लाएगी। कुछ बड़े बैंकों ने भले ही वॉलेट्स और दूसरे ऐप-बेस्ड फंक्शंस लॉन्च किए है, लेकिन इन पेमेंट्स बैंकों के खुलने से उनके हाथ से कुछ बिजनेस निकल सकता है। वॉलेट सर्विसेज देने वाली ऑक्सिजन या इट्ज कैश जैसी कंपनियों पर भी दबाव आ सकता है।

पेमेंट्स बैंक थर्ड पार्टी फाइनेंशियल प्रॉडक्ट्स तो डिस्ट्रीब्यूट कर सकते है, लेकिन वे न तो कर्ज दे सकते हैं और न ही क्रेडिट कार्ड जारी कर सकते है। उन्हें अपने पास आए डिपॉजिट का अधिकांश हिस्सा सरकारी सिक्योरिटीज में इनवेस्ट करना होगा और बाकी हिस्सा बैंकों के पास रखना होगा। प्रमोटर्स को कम से कम 100 करोड़ रुपये लगाने होंगे।

वोडाफोन इंडिया के एमडी और सीईओ सुनील सूद ने कहा, 90,000 से ज्यादा एम-पेसा एजेंट्स के साथ हम दूरदराज के इलाकों में पहले से पैसा ट्रांसफर करने और पेमेंट करने का सुरक्षित और सहूलियत भरा रास्ता मुहैया करा रहे है।

एनएसडीएल के एमडी और सीईओ जी वी नागेश्वर राव ने कहा, पेमेंट सिस्टम में बड़ा बदलाव आने वाला है। फिनो पे टेक के एमडी और सीईओ ऋषि गुप्ता ने कहा, पेमेंट बैंक की चुनौतियों के लिए हमारा मौजूदा ढांचा तैयार है। हमने फिनो पेमेंट्स बैंक का बिजनेस बढ़ाने के लिए करीब 350 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है।

 

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