सॉफ्टबैंक के 3,150 करोड़ रुपये के शेयर खरीदेंगे निकेश अरोड़ा

सॉफ्टबैंक के 3,150 करोड़ रुपये के शेयर खरीदेंगे निकेश अरोड़ा

निकेश अरोड़ा जापान के इंटरनेट और टेलिकॉम ग्रुप सॉफ्टबैंक के 3,150 करोड़ रुपये के शेयर खरीदेंगे। वह इस कंपनी के प्रेजिडेंट और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर है। किसी प्रफेशनल मैनेजर की ओर से कंपनी के शेयर खरीदने का यह सबसे बड़ा मामला है। सॉफ्टबैंक तोक्यो स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है। इसे दिए गए स्टेटमेंट में सॉफ्टबैंक के फाउंडर और सीईओ मासायोशी सन के भारतीय मूल के उत्तराधिकारी ने कहा है कि उन्हें कंपनी का फ्यूचर शानदार रहने का भरोसा है और इसलिए वह इसके 3,150 करोड़ के शेयर खरीद रहे है। 47 साल के अरोड़ा के हवाले से स्टेटमेंट में कहा गया है, यह मेरे लिए बड़ा ट्रांजैक्शन है। इसके साथ मैं अपनी जिंदगी में एक बार फिर बड़ा रिस्क ले रहा हू। हालांकि मुझे सॉफ्टबैंक के शानदार फ्यूचर का पूरा भरोसा है। मुझे लगता है कि हमने लंबे समय में कंपनी के लिए जो लक्ष्य तय किया है, हम उसे हासिल करेंगे। मैं इस विजन को सच में बदलने के लिए मासायोशी सन के साथ करीबी तौर पर काम करूंगा।

अरोड़ा अपनी बचत के पैसे और लोन लेकर ये शेयर खरीदने जा रहे हैं। जापान में एक वर्ग ने इस दिग्गज कंपनी का उत्तराधिकारी किसी विदेशी शख्स के होने पर ऐतराज जताया था। अरोड़ा के सॉफ्टबैंक के शेयर खरीदने से यह आलोचना बंद हो सकती है। पिछले साल जून में बताया गया था कि अरोड़ा को सॉफ्टबैंक से 13.5 करोड़ डॉलर (883 करोड़ रुपये) की सैलरी मिल रही है। इतनी भारी-भरकम सैलरी को लेकर भी जापान में आलोचना हुई थी। जापान का कॉर्पोरेट कल्चर कंजर्वेटिव माना जाता है।

इस ट्रांजैक्शन के बाद अरोड़ा के पास सॉफ्टबैंक के 0.7 पर्सेंट शेयर आ जाएंगे। यह सौदा अगले 6 महीने में पूरा होने की उम्मीद है। ऐसे में सन के बाद अरोड़ा सॉफ्टबैंक के सबसे बड़े इंडिविजुअल शेयरहोल्डर बन जाएंगे। सन के पास कंपनी के 19 पर्सेंट शेयर हैं। सॉफ्टबैंक 72 अरब डॉलर की कंपनी है। अरोड़ा शेयर खरीदने के लिए पैसा कहां से ला रहे है, इस बारे में कंपनी के प्रवक्ताओं ने जानकारी देने से मना कर दिया। कंपनी के एक प्रवक्ता ने ईटी को बताया, 'अरोड़ा ने शेयर खरीदने का समय खुद तय किया है... हम इस पर कॉमेंट नहीं कर सकते कि इसके लिए फंडिंग कहां से हो रही है, लेकिन इसके लिए लोन लिया जा रहा है और अरोड़ा रिस्क उठा रहे हैं।' अरोड़ा आईआईटी-बीएचयू और नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के फॉर्मर स्टूडेंट हैं और वह अमेरिका की नागरिकता ले चुके है। वह दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कॉर्पोरेट ऐग्जिक्युटिव्स में शामिल है। सॉफ्टबैंक को जॉइन करने से पहले वह गूगल में चीफ बिजनस ऑफिसर थे।

 

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