What is Parrot Fever: दुनिया में एक नई बीमारी ने इस वक्त दहशत मचाई है। यूरोप में इन दिनों पैरट फीवर नाम की बीमारी के कहर से हर कोई दहशत में है। इस बीमारी से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 90 से ज्यादा लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है।
क्या है तोता बुखार?
इस समय में एक खतरनाक बीमारी फैल रही है, जिसे 'पैरट फीवर' (सिटाकोसिस) के नाम से जाना जाता है। यह बैक्टीरिया से फैलने वाली बीमारी है, जो मुख्य रूप से तोते और अन्य पक्षियों में पाई जाती है, इसलिए इस बीमारी को तोता बुखार भी कहा जाता है। लेकिन यह इंसानों को भी संक्रमित कर सकता है।
कैसे फैलती है 'पैरेट फीवर' बीमारी
यह बैक्टीरिया संक्रमित तोते से निकलने वाली सांस की धूल, मल या पंख में मौजूद होता है। इन्हें सूंघने से इंसान भी संक्रमित हो सकते हैं। तोता पालने वाले, मुर्गी पालन करने वाले, पशु चिकित्सक और बगीचों में काम करने वाले लोगों को इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।
कहां-कहां हुई इस बीमारी से मौत
तोता बुखार से डेनमार्क में चार और नीदरलैंड में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, ऑस्ट्रिया, जर्मनी और स्वीडन में दर्जनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तोता बुखार के लक्षण
- बुखार
- सिरदर्द
- ठंड लगना
- मासपेशियों में दर्द
-खांसी
- सांस लेने में दिक्कत
- उल्टी, दस्त और पेट दर्द
हालाँकि तोते बुखार के लक्षण लोगों में बहुत भिन्न हो सकते हैं, लेकिन अगर समय रहते इस बीमारी पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह मायोकार्डिटिस या हृदय की सूजन जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
कैसे करें खुद का बचाव
घर में पक्षी पालने से बचें। अगर वे घर में हैं तो उन्हें अपने से दूर रखें। उन्हें पिंजरों में रखो। पिंजरे को बार-बार साफ करें ताकि पक्षी का मल सूख न जाए और हवा में न उड़ जाए। अगर आप इन दिनों विदेश से तोते खरीद या बेच रहे हैं तो इनसे बचें। पालतू जानवरों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर रखने से बचें। अगर कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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