
H-1B Visa: अमेरिका ने 17 जनवरी 2025 से अपने एच-1बी वीजा प्रोग्राम में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। ये बदलाव खासकर भारतीय पेशेवरों को प्रभावित करेंगे। एच-1बी वीजा उन पेशेवरों को मिलता है जो खास कौशल रखते हैं और अमेरिका में काम करना चाहते हैं। भारतीय पेशेवरों के लिए यह वीजा बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि बड़ी संख्या में भारतीय एच-1बी वीजा के जरिए अमेरिका में काम कर रहे हैं।
नए नियमों से पेशेवरों को मिलेगी राहत
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा किए गए यह बदलाव उनकी आव्रजन नीति का हिस्सा हैं। यह बदलाव डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले लागू हुए हैं। 2023में जारी किए गए एच-1बी वीजा का लगभग 70प्रतिशत भारतीय पेशेवरों को मिला था। नए नियमों से आवेदन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाया गया है, जिससे भारतीय पेशेवरों को फायदा हो सकता है।
वीजा आवेदन प्रक्रिया में सुधार
नए नियमों के तहत, अब किसी एक कंपनी द्वारा बहुत अधिक एच-1बी वीजा आवेदन करने पर रोक लगाई जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी योग्य पेशेवरों को समान अवसर मिल सकें।
एफ-1वीजा धारकों के लिए राहत
जो छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं और काम करना चाहते हैं, उनके लिए एफ-1वीजा को एच-1बी वीजा में बदलने की प्रक्रिया अब और आसान हो गई है।
नौकरी के लिए योग्यताएं
अब, योग्य पदों को भरने के लिए स्नातक डिग्री की आवश्यकता होगी। हालांकि, कुछ मामलों में बिना डिग्री के भी योग्य पेशेवरों को प्राथमिकता दी जा सकती है। इसके अलावा, नियोक्ता अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से पेशेवरों को नियुक्त कर सकेंगे।
वीजा बैकलॉग और नवीनीकरण में सुधार
यूएससीआईएस ने एच-1बी वीजा के बैकलॉग को कम करने के लिए प्रक्रिया को तेज करने का प्रस्ताव दिया है, जिससे वीजा पाने में लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। साथ ही, एच-1बी वीजा धारक अब बिना अपने देश लौटे वीजा का नवीनीकरण भी करा सकेंगे, जो भारतीय पेशेवरों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी।
इन बदलावों से उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका में काम करने वाले भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा प्रक्रिया सरल और सुलभ हो जाएगी।
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