बांग्लादेश में सरेआम लिंचिंग से मचा हड़कंप, हिंदू युवक की हत्या मामले में 7 आरोपी सलाखों के पीछे

बांग्लादेश में सरेआम लिंचिंग से मचा हड़कंप, हिंदू युवक की हत्या मामले में 7 आरोपी सलाखों के पीछे

Bangladesh Violence Mob Lynching: बांग्लादेश में भड़की हिंसा ने एक बार फिर पूरे देश को तबाह कर दिया है। जुलाई 2024के छात्र आंदोलन के प्रमुख नेता और इंकिलाब मंच के संयोजक शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देशभर में आक्रोश पैदा हो गया है। जिसके बाद ढाका सहित कई शहरों में तोड़फोड़, आगजनी और हमले भी हुए। इस हिंसा में मायमेंसिंह शहर में एक हिंदू युवक की भीड़ द्वारा की गई क्रूर हत्या ने पूरे क्षेत्र में सदमे की लहर दौड़ा दी है। इस घटना में 25वर्षीय दीपू चंद्र दास को कथित रूप से पैगंबर मुहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में पीटा गया, जिसके बाद उनकी मौत हो गई और शव को आग लगा दी गई। यह घटना गुरुवार को हुई, जिसके बाद अंतरिम सरकार ने तुरंत जांच शुरू कर दी और अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हिंदू युवक को सरेआम उतारा मौत के घाट

बता दें, मायमेंसिंह जिले में हुई इस वारदात में भीड़ ने दीपू चंद्र दास को उनके कार्यस्थल से घसीटकर बाहर निकाला। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि भीड़ ने उसे बुरी तरह पीटा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद शव को एक पेड़ से बांधकर आग के हवाले कर दिया गया। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, यह कथित ब्लास्फेमी के आरोप पर आधारित थी, लेकिन जांच में अभी तक कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया है। 

अंतरिम प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा कि बांग्लादेश में हिंसा और सांप्रदायिक उन्माद की कोई जगह नहीं है। जिसके बाद रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) ने जांच शुरू की और कुछ ही घंटों में सात संदिग्धों को हिरासत में लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों पर हत्या और दंगे भड़काने के आरोप लगाए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि जांच जारी है और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।

कौन हैं गिरफ्तार किए गए 7संदिग्ध

जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में मोहम्मद लिमोन सरकार (19), मोहम्मद तारेक हुसैन (19), मोहम्मद मानिक मिया (20), इरशाद अली (39), निजुम उद्दीन (20), आलमगीर हुसैन (38) और मोहम्मद मिराज हुसैन अकॉन (46) का नाम शामिल हैं।

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