UN में नेतन्याहू के विवादास्पद भाषण से तिलमिला उठे खामेनेई, इजरायल पर कसा 'अकेलेपन' का तंज

UN में नेतन्याहू के विवादास्पद भाषण से तिलमिला उठे खामेनेई, इजरायल पर कसा 'अकेलेपन' का तंज

Netanyahu vs Khamenei: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 80वें सत्र में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भाषण एक बार फिर वैश्विक विवाद का केंद्र बन गया। गाजा में जारी संघर्ष और फिलिस्तीन को मान्यता देने के प्रयासों के बीच दर्जनों देशों के प्रतिनिधियों ने उनके भाषण के दौरान सभागार से बाहर निकाल दिया, जिससे हॉल लगभग खाली हो गया। वहीं, अब इस घटना पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर साझा कर तीखा प्रहार किया, जिसमें उन्होंने इजरायल को 'दुनिया का सबसे तिरस्कृत और अलग-थलग शासन' करार दिया।

UN में नेतन्याहू का विवादास्पद भाषण

बता दें, शुक्रवार को न्यूयॉर्क में आयोजित यूएन महासभा में नेतन्याहू ने अपना भाषण शुरू किया, जिसमें उन्होंने गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की कार्रवाई को 'स्टनिंग कमबैक' (अद्भुत वापसी) बताया। उन्होंने पश्चिमी देशों द्वारा फिलिस्तीन को मान्यता देने की आलोचना की और चेतावनी दी कि इजरायल को 'काम पूरा करना होगा।' लेकिन जैसे ही वे मंच पर पहुंचे, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, अल्जीरिया, बांग्लादेश और कई अन्य देशों के प्रतिनिधियों ने सभागार छोड़ दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, सभागार के बड़े हिस्से खाली हो गए, जो इजरायल की बढ़ती कूटनीतिक अलगाव को दर्शाता है। पूर्व इजरायली अधिकारी ने इसे 'इजरायल के बढ़ते एकाकीपन का प्रमाण' बताया।

यह पहली बार नहीं है जब नेतन्याहू के भाषण पर ऐसा विरोध हुआ है। गाजा संघर्ष में 40 हजार से अधिक मौतों के बीच UN में इजरायल के खिलाफ प्रस्ताव बढ़ रहे हैं और कई देशों ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता दे दी है। नेतन्याहू ने अपने भाषण में ईरान को भी निशाना बनाया और कहा कि इजरायल ईरान की सैन्य क्षमताओं को पुनर्निर्माण नहीं होने देगा।

खामेनेई का सोशल मीडिया पर हमला

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए खामेनेई ने शनिवार सुबह एक्स पर एक फोटो पोस्ट की, जिसमें UN सभागार का खाली दृश्य दिखाया गया है और नेतन्याहू मंच पर बोल रहे हैं, लेकिन दर्शक नहीं हैं। कैप्शन में उन्होंने लिखा 'आज, दुष्ट जियोनिस्ट शासन दुनिया का सबसे तिरस्कृत और अलग-थलग शासन है। इसमें कोई शक नहीं।'

खामेनेई का यह बयान ईरान-इजरायल तनाव के बीच आया है, जहां दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमले की धमकियां दे रहे हैं। सितंबर की शुरुआत में भी खामेनेई ने मुस्लिम देशों से इजरायल के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने की अपील की थी, इजरायल को 'सबसे अलग-थलग' बताते हुए। लेकिन UN घटना ने उन्हें एक नया अवसर दिया, जहां उन्होंने इजरायल की वैश्विक छवि पर सीधा प्रहार किया।

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