
Bill Clinton On Israel PM: इजरायल और ईरान के बीच 12 जून से शुरू हुए सैन्य संघर्ष ने वैश्विक मंच पर तीखी बहस छेड़ दी है। दोनों देश लगातार एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। लेकिन इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए ईरान पर हमले शुरू किए। उनके इस दावे ने युद्ध के पीछे की मंशा और नेतन्याहू की राजनीतिक रणनीति पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति का दावा
बता दें, इस समय मध्य पूर्व सैन्य तनाव से घिरा हुआ है। इसी बीच, अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने हाल ही में, एक साक्षात्कार में कहा 'नेतन्याहू काफी समय से ईरान के साथ युद्ध चाहते थे। क्योंकि यह उनकी सत्ता को मजबूत करने का एक तरीका है।'
नेतन्याहू ने इजरायल की घरेलू राजनीतिक चुनौतियों से ध्यान हटाने और अपनी गठबंधन सरकार को बचाने के लिए ईरान पर हमले की शुरुआत की। बिल क्लिंटन का यह दावा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उनके इस बयान ने न केवल इजरायल की नीतियों पर सवाल उठाए, बल्कि अमेरिका-इजरायल संबंधों पर भी नई चर्चा शुरू कर दी।
ईरान-इजरायल का सैन्य तनाव
गौरतलब है कि12 जून को इजरायल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले शुरू किए। जवाब में, ईरान ने 'ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस' के तहत तेल अवीव, हाइफा, और बीरशेबा जैसे इजरायली शहरों पर बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले किए। इजरायल ने दावा किया कि उसने ईरान के 50% से ज्यादा मिसाइल लॉन्चर और 250 से अधिक सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया है। दूसरी ओर, ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का उपयोग कर इजरायल के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।
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