चीन का सैन्य परिसर पेंटागन को छोड़ेगा पीछे, क्या तीसरे विश्व युद्ध की आहट?

चीन का सैन्य परिसर पेंटागन को छोड़ेगा पीछे, क्या तीसरे विश्व युद्ध की आहट?

China's Military Complex: चीन बीजिंग के पास एक विशाल सैन्य परिसर बना रहा है, जिसने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी खुफिया जानकारी की मानें तो इस परिसर को  'बीजिंग मिलिट्री सिटी' नाम दिया गया है। जो आकार में अमेरिका के पेंटागन से लगभग 10 गुना बड़ा है। इस परियोजना ने परमाणु हमले को झेलने वाले बंकरों और युद्धकालीन कमांड सेंटर के रूप में संभावित उपयोग ने तीसरे विश्व युद्ध की आशंकाओं को हवा दी है।

बीजिंग मिलिट्री सिटी परियोजना 

'बीजिंग मिलिट्री सिटी' का निर्माण राष्ट्रपति शी जिनपिंग की उस महत्वाकांक्षा का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें 2049 तक चीनी सेना को "विश्व स्तरीय" बनाने का लक्ष्य है। इसकी निर्माण प्रक्रिया 2024 में शुरू हुई थी। यह बीजिंग से लगभग 30 किलोमीटर दक्षिण और पश्चिम में किंगलॉन्गहु क्षेत्र में 1,500 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैली हुई है। बता दें, पेंटागन वर्तमान में दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत है, जो 148 एकड़ में फैला हुआ है।

दूसरी तरफ, अमेरिकी खुफिया अधिकारियों का मानना है कि यह परिसर चीन की पुरानी सैन्य कमांड सुविधा, जो कोल्ड वॉर के दौरान पश्चिमी पहाड़ियों में बनाई गई थी, को दोबारा स्थापित कर सकता है। उन्होंने इसे 'चीन के सैन्य नेतृत्व के लिए डूम्सडे बंकर' के रूप में वर्णित किया है, जो युद्धकाल में कमांड सेंटर के रूप में कार्य कर सकता है।

चीन की परमाणु क्षमता और सैन्य आधुनिकीकरण

मालूम हो कि चीन के सैन्य आधुनिकीकरण की गति ने वैश्विक शक्तियों का ध्यान आकर्षित किया है। साल 2024 के पेंटागन की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के पास वर्तमान में 600 से अधिक परिचालन परमाणु हथियार हैं और यह संख्या 2035 तक 1,500 तक पहुंच सकती है। यह वृद्धि चीन को संयुक्त राज्य अमेरिका और रूस के परमाणु शस्त्रागार के करीब ला सकती है।

इसके अलावा पेंटागन की रिपोर्ट में बताया गया कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी रॉकेट फोर्स (PLARF) ने हाइपरसोनिक मिसाइलों जैसे डोंग फेंग-17 (DF-17) में प्रगति की है। जो पांच गुना से अधिक ध्वनि की गति से यात्रा करती हैं और पश्चिमी प्रशांत में विदेशी ठिकानों और नौसैनिक संपत्तियों को निशाना बना सकती हैं।

तीसरे विश्व युद्ध की आशंका

बीजिंग मिलिट्री सिटी' की खबर ने अमेरिका की चिंता बढ़ा दी है। अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने हाल ही में सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग में चेतावनी दी थी कि 'चीन इंडो-पैसिफिक में शक्ति संतुलन को बदलने के लिए सैन्य बल का उपयोग करने की विश्वसनीय तैयारी कर रहा है।' उन्होंने दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामक गतिविधियों और ताइवान के आसपास सैन्य अभ्यासों पर भी सवाल उठाए।

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