लंदन और बर्लिन समेत यूरोप के कई बड़े देशों में बड़ा साइबर अटैक, हवाई अड्डों को बनाया निशाना; सैकड़ों उड़ानें प्रभावित

लंदन और बर्लिन समेत यूरोप के कई बड़े देशों में बड़ा साइबर अटैक, हवाई अड्डों को बनाया निशाना; सैकड़ों उड़ानें प्रभावित

Cyber Attack On European Airports: बड़े साइबर अटैक के चंगुल में फंसे कई यूरोपीय देशों के हवाई अड्डे। जिससे जर्मनी, ब्रिटेन और बेल्जियम जैसे कई देशों की राजधानी के एयरपोर्ट प्रभावित हुए। इसके चलते शनिवार को सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं या फिर देरी से उड़ान भरी। बता दें कि इस साइबर हमले का शिकार चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम को संचालित करने वाले सेवा प्रदाता बने।

साइबर हमले का कंप्यूटर सिस्टम पर असर

बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स एयरपोर्ट द्वारा इस खबर की पुष्टि की गई। उन्होंने दावा किया कि शुक्रवार रात हुए इस हमले की वजह से उनके स्वचालित सिस्टम बंद हो गए, जिस कारण सिर्फ मैनुअल चेक-इन और बोर्डिंग की जा सकी। घटना को लेकर एयरपोर्ट की तरफ से बयान आया कि, "19सितंबर की रात हमारे सेवा प्रदाता पर साइबर हमला हुआ, जो चेक-इन और बोर्डिंग सिस्टम के लिए जिम्मेदार है और यह हमला कई यूरोपीय हवाई अड्डों को प्रभावित करता है, जिनमें ब्रुसेल्स एयरपोर्ट भी शामिल है।"

तकनीकी खराबी से हवाई अड्डों पर हाहाकार

यूरोपीय हवाई अड्डों पर चेक-इन और बोर्डिंग प्रक्रियाओं में गंभीर तकनीकी खराबी के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है। लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट ने बताया कि कॉलिन्स एयरोस्पेस नामक सिस्टम प्रदाता की समस्या से कई एयरलाइनों प्रभावित हैं, जिससे प्रस्थान में देरी संभव है। इसी तरह बर्लिन एयरपोर्ट पर भी लंबी कतारें लग रही हैं। एक्सपर्ट टीमें इस दोष को ठीक करने में जुटे हैं, लेकिन सेवाओं के पूरी तरह बहाल होने का कोई निश्चित समय नहीं बताया गया है।

यात्रियों को दी गई सलाह

यात्रियों से अपील की गई है कि उड़ान से पहले अपनी एयरलाइन से स्थिति की पुष्टि कर लें और शेंगेन फ्लाइट्स के लिए दो घंटे तथा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए तीन घंटे पहले ही पहुंचें। साथ ही, घरेलू उड़ानों के लिए दो घंटे और लंबी दूरी की फ्लाइट्स के लिए तीन घंटे से ज्यादा पहले न आएं, ताकि अनावश्यक भीड़ न हो। चेक-इन क्षेत्रों में अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है, जो व्यवधान को कम करने में मदद कर रही है।

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