
Iran On America Strike: इजरायल और ईरान के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष में अमेरिका की एंट्री हो चुकी है। अमेरिकी वायुसेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर हवाई हमले किए हैं। वहीं, इन हमलों के बाद ईरान ने अपना पहला आधिकारिक बयान जारी किया है। ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था (AEOI) ने दावा किया है कि इन हमलों में न तो कोई जान गई और न ही रेडिएशन लीक का कोई खतरा है। इसके साथ ही, ईरान ने इन हमलों को "अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन" करार देते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ईरान ने जारी किया बयान
बता दें, 22 जून की सुबह ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था ने देश पर हुए हमलों को लेकर एक बयान जारी किया है। ईरान ने कहा 'अमेरिकी हमलों से हमारे परमाणु ठिकानों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। फोर्डो, नतांज, और इस्फहान की सुविधाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं।' AEOI ने दावा किया कि हमलों की आशंका को भांपते हुए ईरान ने पहले ही अपनी परमाणु सुविधाओं को सुरक्षित कर लिया था।
AEOI ने यह भी स्पष्ट किया कि रेडिएशन मापने वाली मशीनों और क्षेत्र की जांच से कोई रेडिएशन लीक नहीं पाया गया। संस्था ने अपने बयान में कहा 'हमारी तकनीकी टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और जनता को कोई खतरा नहीं है।' AEOI ने अपने परमाणु कार्यक्रम को राष्ट्रीय उद्योग करार देते हुए जोर दिया कि यह कार्यक्रम किसी भी हमले के बावजूद नहीं रुकेगा।
ट्रंप ने अपने बयान में क्या कहा?
इन हमलों के बाद ट्रंप ने व्हाइट हाउस से राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में ईरान को दो टूक चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर 'बहुत सफल हमला' किया। ट्रंप ने ईरान से शांति की राह अपनाने की अपील की। साथ ही, चेतावनी दी कि यदि ईरान ने ऐसा नहीं किया तो उसे और बड़े हमलों का सामना करना पड़ेगा।
Leave a comment