
Russia Ukraine war: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं। दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी अधिकारी उन पर राष्ट्रपति पद छोड़ने का दबाव बना रहे हैं। इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को तानाशाह कहा था। हालांकि, यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि मौजूदा हालात में जेलेंस्की का इस्तीफा असंभव है, क्योंकि इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
बता दें कि, यूक्रेन में चुनाव कराना आसान नहीं है। चुनाव आयोग के डिप्टी हेड सेरही डुबोविक के मुताबिक, देश में सिर्फ 75%मतदान केंद्र ही कार्यरत हैं। संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद संसद के अध्यक्ष कार्यवाहक राष्ट्रपति बनेंगे, लेकिन युद्ध के चलते देश में मार्शल लॉ लागू है, जिससे चुनाव कराना संभव नहीं है। इसके लिए पहले युद्धविराम जरूरी होगा।
अमेरिकी प्रशासन की प्रतिक्रिया
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों ने जेलेंस्की के नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। ट्रंप के करीबी सलाहकारों ने उनके उस बयान पर आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने कहा कि युद्ध का अंत अभी दूर है। सलाहकारों का कहना है कि अमेरिका ऐसी स्थिति को लंबे समय तक स्वीकार नहीं करेगा। हालांकि, अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन जेलेंस्की को हटाने में दिलचस्पी नहीं रखता।
जेलेंस्की ने इस्तीफे की अटकलों को किया खारिज
रविवार को लंदन में पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने इस्तीफे की अटकलों को नकार दिया। उन्होंने कहा, "सिर्फ चुनाव कराना काफी नहीं होगा। मुझे चुनाव लड़ने से रोकना होगा और बातचीत करनी होगी। यदि यूक्रेन को NATO की सदस्यता मिल जाती है, तो मैं खुद इस्तीफा दे दूंगा।" हालांकि, ट्रंप प्रशासन पहले ही यूक्रेन की NATO सदस्यता के प्रस्ताव को खारिज कर चुका है।
शरणार्थियों के मतदान पर भी चर्चा
यूक्रेनी अधिकारियों ने उन 70लाख शरणार्थियों को मतदान का अधिकार देने पर भी चर्चा की, जो युद्ध के कारण विदेशों में रह रहे हैं। डुबोविक ने बताया कि युद्धग्रस्त देश में चुनाव की तैयारी के लिए कानूनी और प्रशासनिक पहलुओं को पूरा करना होगा, जो फिलहाल कठिन नजर आ रहा है।
यूक्रेन की राजनीति पर छाए अनिश्चितता के बादल
इन तमाम अटकलों और चुनौतियों के बीच, यूक्रेन की राजनीति फिलहाल अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। जेलेंस्की अपने पद पर बने रहने की बात कह रहे हैं, लेकिन अमेरिकी और यूक्रेनी अधिकारियों के बीच इस मुद्दे को लेकर चर्चाएं जारी हैं।
Leave a comment