बांग्लादेश में 3 हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़, शांति के नोबेल विजेता यूनुस क्यों हैं चुप?

बांग्लादेश में 3 हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़, शांति के नोबेल विजेता यूनुस क्यों हैं चुप?

Hindu Temples Vandalized In Bangladesh: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर बढ़ते हमलों के बीच शांति के नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की चुप्पी सवालों के घेरे में है। हाल के दिनों में हिंदू मंदिरों पर हमले तेज हो गए हैं, जबकि यूनुस, जिन्होंने शांति की वकालत की थी, अब तक इस हिंसा पर कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं।

हाल ही में बांग्लादेश के चट्टोग्राम में कुछ हमलावरों ने तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया। हमलावरों ने शांतानेश्वरी मातृ मंदिर, शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर पर ईंट-पत्थर फेंके, जिससे मंदिरों के द्वार क्षतिग्रस्त हो गए। यह हमला उस समय हुआ जब इस्कॉन के पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों हमलावर हिंदू विरोधी नारे लगा रहे थे।

नहीं किया गया हमलावरों का विरोध

शांतिनेश्वरी मेन टेम्पल मैनेजमेंट कमेटी के स्थायी सदस्य तपन दास ने बताया कि हमलावरों का विरोध नहीं किया गया। हालात बिगड़ने के बाद सेना को बुलाया गया, जिन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लिया। मंदिर के द्वार समय रहते बंद कर दिए गए, जिससे हमलावरों को अंदर घुसने से रोका जा सका। पुलिस ने भी इस हमले की पुष्टि की, लेकिन कहा कि दोनों पक्षों के बीच टकराव के कारण मंदिरों को बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमले

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं। शेख हसीना की सरकार के बाद से हिंदूओं की सुरक्षा की स्थिति और खराब हो गई है। उन्हें पूजा करने, नौकरी करने और सामान्य जीवन जीने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 5अगस्त के बाद से हिंदू समुदाय पर उत्पीड़न और हमले और बढ़ गए हैं।

यूनुस की चुप्पी पर सवाल

शांति के नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले मोहम्मद यूनुस, जो अक्सर शांति की बात करते हैं, अब अपने देश में हो रही हिंसा पर चुप हैं। वह भारत के खिलाफ बयानबाजी में व्यस्त हैं, जबकि उनके देश में हिंदू समुदाय पर अत्याचार हो रहे हैं। यूनुस की इस चुप्पी पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

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