UP News: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मंगलवार शाम को अचानक बदले मौसम ने मानवीय त्रासदी को जन्म दे दिया। तेज गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने से सात लोगों की जान चली गई। मरने वालों में बाप-बेटे भी शामिल है। इस घटना ने पूरे इलाके में कोहराम मचा दिया है। वहीं, घटना की सूयना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
कहां-कैसे घटी घटना?
बता दें, ये घटना फतेहपुर के गाजीपुर थाना क्षेत्र में घटी। यहां 75वर्षीय रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी देशराज अपने बेटे के साथ घर लौट रहे थे। लेकिन रास्ते में अचानक तेज बारिश शुरू हो गई, जिसके चलते वे एक बरगद के पेड़ के नीचे खड़े छिप गए। इसी दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर देशराज की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, उनका बेटा बच गया, लेकिन उसे गंभीर चोटें आईं हैं।
इसके अलावा जिले के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के हादसे दर्ज किए गए। खागा तहसील के एक गांव में खेत में काम कर रहे चार मजदूरों पर बिजली गिरी, जिसमें दो की मौत हो गई। एक अन्य घटना में, भदौहा गांव के पास दो महिलाएं भट्ठे पर काम कर रही थीं, जब बिजली ने उन्हें निशाना बनाया। इनमें से एक ने मौके पर दम तोड़ दिया। कुल मिलाकर, अभी तक सात लोगों की मौत हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई थी।
मुआवजा और राहत कार्य
हादसे की खबर मिलते ही फतेहपुर प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया। अपर जिलाधिकारी (एडीएम) अविनाश त्रिपाठी ने बताया कि राजस्व विभाग की टीमें प्रभावित परिवारों के बीच राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाएगी, जैसा कि राज्य सरकार की मानसून राहत नीति के तहत है। वहीं, घायलों को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि आकाशीय बिजली गिरने के दौरान खुले में न रहें और पेड़ों या ऊंचे स्थानों से दूर रहें।
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