ऑनलाइन भी नहीं मिल रही सीट
वहीं, ऑनलाइन एप पर भी ज्यादातर ट्रेनों में नो रूम और रिग्रेट के ऑप्शन दिख रहे हैं। ऐसे में बिहार, गोरखपुर, लखनऊ और बंगाल की ओर जाने वाले यात्रियों को जनरल डिब्बों में या फिर बसों का सहारा लेना पड़ सकता है। गुरुग्राम रेलवे स्टेशन से बिहार, यूपी और बंगाल के लिए सीधी ट्रेनें कम संख्या में संचालित की जाती हैं। इसलिए बड़ी संख्या में यात्री दिल्ली से अपना रिजर्वेशन करते हैं, लेकिन दिल्ली से भी संचालित होने वाली ज्यादा तर ट्रेनों में सीटें फुल हो चुकी है।
तत्काल टिकट मिलना भी मुश्किल
गुरुग्राम से होकर गुजरने वाली कई एक्सप्रेस ट्रेनों में वेटिंग टिकट भी नहीं मिल पा रहे हैं। इन त्योहारों के दौरान 15 ट्रेनें इन राज्यों में जाएंगी, लेकिन इनमें स्लीपर, थर्ड, सेकेंड एसी में रिग्रेट है। कुछ ट्रेनों में अभी नो रूम नहीं हुआ है, लेकिन उनकी वेटिंग लिस्ट इतनी लंबी है कि टिकट कन्फर्म होने के हालात भी कम हैं। बहुत से यात्री तत्काल टिकट के सहारे घर बैठे हुए हैं। स्टेशन पर ट्रेन आने से 24 घंटे पहले तत्काल टिकट लिया जा सकता है। दिवाली और छठ के त्योहार को लेकर बड़ी संख्या में यात्रियों के होने से तत्काल टिकट भी आसानी से मिल पाना मुश्किल हो सकता है।
यात्रा करने में हो सकती है परेशानी
वहीं, लोगों का कहना है कि स्पेशल ट्रेन 19, 20 अक्टूबर, 2025 और छठ से पहले चलाई जानी चाहिए। इससे लोगों को राहत मिल सकेगी। लोगों ने कहा कि ट्रेनों में टिकट न मिलने से यात्रा में काफी परेशानी हो सकती है। इसके चलते उन्हें अन्य वाहनों का सहारा लेना पड़ सकता है।
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