
नई दिल्ली: विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) फिल्म एक बार फिर चर्चा का विशेष बन गई है। वजह है गोवा में आयोजित 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल (IFFI) में सामने आया एक बयान है। बता दें फिल्म फेस्टिवल के जूरी हेड नदव लैपिड ने इस फिल्म को अश्लील और प्रोपगेंडा फिल्म कहा गया है। इजरायली फिल्ममेकर नदव लैपिड के इस बयान के बाद अनुपम खेर ने उनपर निशाना साधा है। वहीं फिल्ममेकर अशोक पंडित ने भी इसे कश्मीरियों का अपमान बताया है। साथ ही उन्होंने नदव लैपिड को IFFI का जूरी हेड बनाने को लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय पर भी निशाना साधा है।
क्या कहा IFFI जूरी हेड ने
बता दें, ये फिल्म फेस्टिवल 20 नवंबर को गोवा में आयोजित हुआ और 28 नवंबर को इस फिल्म महोत्सव का समापन हुआ। जिसमें IFFI इवेंट में इजरायली फिल्ममेकर ने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' की आलोचना करते हुए कहा कि हम सब परेशान हैं। ये मूवी हमें एक 'प्रचार, अश्लील फिल्म' की तरह लगी है। द कश्मीर फाइल्स इतने बड़े प्रतिष्ठित फिल्म समारोह के लिए उचित नहीं है। मैं अपनी फीलिंग्स को मंच पर खुले तौर पर शेयर करने में पूरी तरह से कंफर्टेबल हूं। ये एक जरूरी चर्चा है, जो बिना झिझक होनी चाहिए। ये कला और जीवन के लिए जरूरी है।
अनुपम खेर और अशोक पंडित आलोचना से नाराज
जिसके बाद अनुपम खेर ने अपनी नाराजी जताते हुए ट्वीट कर लिखा कि ''झूठ का कद कितना भी ऊंचा क्यों ना हो। सत्य के मुकाबले में हमेशा छोटा ही होता है।'' वहीं, फिल्ममेकर अशोक पंडित ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। अशोक पंडित ने ट्वीट कर लिखा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की तरफ से नदव लैपिड को IFFI जूरी का हेड बनाना ही सबसे बड़ी चूक थी। इसलिए मिनिस्ट्री में जो इस गुनाह के जिम्मेदार हैं, उनपर एक्शन होना चाहिए। फिलिस्तीन के हमदर्द से कोई क्या उम्मीद कर सकता है?
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