
Technology News: आज के दौर में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के विशेषज्ञों की मांग तेजी से बढ़ रही है, और कंपनियां इन्हें करोड़ों रुपये के पैकेज दे रही हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेटा ने AI विशेषज्ञों की भर्ती के लिए "द लिस्ट" नामक सूची जारी की है, जिसमें प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों से AI में पीएचडी करने वाले या ओपन AI और गूगल डीपमाइंड जैसी कंपनियों में काम कर चुके लोग शामिल हैं। AI में करियर बनाने के लिए गणित (कैलकुलस, बीजगणित, प्रायिकता) में मजबूत पकड़, मशीन लर्निंग, और एल्गोरिदम डिजाइन का अनुभव जरूरी है। उन्नत शैक्षिक योग्यता, विशेषकर पीएचडी, और रिसर्च अनुभव इस क्षेत्र में बेहतर अवसर दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
AI कोर्स और उनके लाभ
AI में करियर के लिए सही कोर्स का चयन महत्वपूर्ण है। 12वीं के बाद बी.टेक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) या बी.एससी (AI और डेटा साइंस) जैसे कोर्स चुने जा सकते हैं, जो क्रमशः 4और 3साल के हैं। स्नातक के बाद एम.टेक या एम.एससी (AI) जैसे कोर्स भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, IIT जैसे संस्थानों और विशेषज्ञों द्वारा कई ऑनलाइन कोर्स, जैसे AI/ML Using Python, Cricket Analytics with AI, AI in Physics, Chemistry, और Accounting, कम लागत या मुफ्त में उपलब्ध हैं। ये कोर्स डेटा विजुअलाइजेशन, मशीन लर्निंग, और रियल-वर्ल्ड समस्याओं को हल करने की तकनीकों पर केंद्रित हैं, जो घर बैठे सर्टिफिकेट के साथ पूरे किए जा सकते हैं।
दुनिया की शीर्ष यूनिवर्सिटी और भारत की स्थिति
‘क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025’ के अनुसार, AI और डेटा साइंस में शीर्ष विश्वविद्यालयों में एमआईटी (कैम्ब्रिज, अमेरिका), कार्नेगी मेलन यूनिवर्सिटी (पिट्सबर्ग, अमेरिका), और यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड शामिल हैं। भारत से इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (बेंगलुरु), IIT बॉम्बे, और IIT दिल्ली जैसे संस्थान 51-100रैंक के बीच हैं। ये कोर्स और संस्थान AI में करियर के द्वार खोलते हैं, जो कड़ी मेहनत और समर्पण से लाखों की कमाई और वैश्विक अवसरों का रास्ता बनाते हैं।
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