
India Saudi Arabia Defense Cooperation: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया। इसके बाद से ये दुनियाभर में बेनकाब हो गए। अब भारत चाहता है कि पाकिस्तान दुनिया से अलग-थलग हो जाए और इसके लिए कई तरह के कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसके लिए भारत ने सऊदी अरब को बड़ा ऑफर दिया है। ये ऑफर भारत-सऊदी अरब संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की 7वीं बैठक में दिया गया, जो 28 अगस्त को नई दिल्ली में हुई थी।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के अनुसार, बैठक की सह-अध्यक्षता रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद और सऊदी पक्ष के स्टाफ मेजर जनरल साद मोहम्मद एच अलकाथिरी ने की। दोनों देशों ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही पिछली संयुक्त रक्षा सहयोग समिति की बैठक में लिए गए अधिकांश फैसलों को लेकर खुशी जाहिर की।
इन मुद्दों पर हुई बातचीत
मंत्रालय का कहना है कि रक्षा संबंध मजबूत करने और सहयोग के नए क्षेत्र तलाशने के लिए दोनों देशों ने ट्रेनिंग सहयोग, समुद्री सहयोग, औद्योगिक साझेदारी और सैन्य अभ्यास जैसे मुद्दों पर बातचीत की है। दोनों देशों ने अपनी ट्रेनिंग क्षमताओं और जरूरतों की चर्चा की। भारत ने सऊदी सशस्त्र बलों को ट्रेनिंग देने का ऑफर दिया है और आईटी, साइबर, डिजास्टर मैनेजमेंट और सामरिक संचार में सहयोग पर बातचीत की है।
सऊदी देता है पाकिस्तान को सहयोग
बता दें कि सऊदी अरब की सुरक्षाबलों को पाकिस्तान की सेना ट्रेनिंग देती आई है। जिन्ना के मुल्क की सेना ने सऊदी अरब में कई जॉइंट ट्रेनिंग एक्सरसाइज की है। साथ ही पाकिस्तान में भी ट्रेनिंग दी जा चुकी है। दोनों देशों के बीच मजबूत और लंबे समय से सैन्य संबंध चले आ रहे हैं। इनका उद्देश्य सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिए संयुक्त हवाई, जमीनी और समुद्री अभ्यास करना है। सऊदी अरब में पाकिस्तानी सैनिकों की पिछली तैनाती में 1982 से 1987 तक पवित्र स्थलों की रक्षा के लिए एक मिशन और फरवरी 2018 में एक ट्रेनिंग और एडवाइजरी मिशन शामिल है।
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