9 बार मुख्यमंत्री, फिर भी रह गए पीछे! नीतीश नहीं ये CM रहे सबसे लंबे समय तक जनता के सेवक, देखें टॉप-10 लिस्ट

9 बार मुख्यमंत्री, फिर भी रह गए पीछे! नीतीश नहीं ये CM रहे सबसे लंबे समय तक जनता के सेवक, देखें टॉप-10 लिस्ट

Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए ने शानदार जीत दर्ज की है, जिससे जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार की एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने की संभावना बढ़ गई है। हालांकि एनडीए की तरफ से अंतिम निर्णय अभी बाकी है। नीतीश कुमार ने अब तक नौ बार बिहार के मुख्यमंत्री का पद संभाला है, जिसमें 2000में उनका केवल सात दिन का छोटा कार्यकाल भी शामिल है। यह उन्हें बिहार के सबसे लंबे समय तक सत्ता में बने नेताओं में से एक बनाता है।

सिक्किम से त्रिपुरा तक: लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री

भारत में कई राज्य ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने लंबे समय तक मुख्यमंत्री के रूप में जनता की सेवा की। सिक्किम के पवन कुमार चामलिंग 1994से 2019तक करीब 25साल राज्य के मुख्यमंत्री रहे और लगातार पांच बार जीत हासिल की। वहीं, ओडिशा के नवीन पटनायक ने 2000से 2024तक लगभग 24साल शासन किया। पश्चिम बंगाल के ज्योति बसु ने 1977से 2000तक 23साल तक मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

पूर्वोत्तर और हिमाचल के अनुभव

अरुणाचल प्रदेश के गेगोंग अपांग ने दो कार्यकालों में कुल 22साल सत्ता में रहते हुए राज्य पर गहरी पकड़ बनाई। मिजोरम के लाल थानहावला ने तीन अलग-अलग कार्यकालों में करीब 22साल सेवा दी। हिमाचल प्रदेश के वीरभद्र सिंह ने चार बार मुख्यमंत्री बनकर कुल 21साल राज्य का नेतृत्व किया। त्रिपुरा के माणिक सरकार भी 1998से 2018तक लगातार 19साल तक मुख्यमंत्री रहे।

दक्षिण भारत और पंजाब के दिग्गज नेता

तमिलनाडु में एम. करुणानिधि ने चार अलग-अलग कार्यकालों में लगभग 18 साल राज्य का नेतृत्व किया। पंजाब के प्रकाश सिंह बादल ने भी चार बार मुख्यमंत्री बनकर 18 साल सेवा दी और वे देश के सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड रखते हैं। बिहार के नीतीश कुमार का कार्यकाल करीब 20 साल का हो चुका है, और उनकी राजनीतिक विशेषज्ञता उन्हें एक बार फिर सत्ता की ओर ले जा रही है। इन दिग्गज नेताओं की लम्बी सेवा ने भारतीय राजनीति में स्थिरता और नेतृत्व के उदाहरण स्थापित किए हैं।

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