'उनके बयान की जिम्मेदारी नही', चिनम्य दास की गिरफ्तारी पर इस्कॉन महासचिव ने झाड़ा पल्ला

'उनके बयान की जिम्मेदारी नही', चिनम्य दास की गिरफ्तारी पर इस्कॉन महासचिव ने झाड़ा पल्ला

Chinmay Das Arrest: बांग्लादेश के चटगांव स्थित इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्णन दास की गिरफ्तारी के बाद देश में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। जिसके बाद इस्कॉन बांग्लादेश के महासचिव चारु चंद्र दास ने कहा कि इस्कॉन चिन्मय कृष्ण दास के किसी भी बयान या गतिविधि की जिम्मेदारी नहीं लेता। 

उन्होंने ढाका में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए बताया कि चिन्मय प्रभु को हाल ही में निष्कासित कर दिया गया है। बता दें, सोमवार को चिन्मय दास ने चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था। जिसके आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।

इस्कॉन को बैन करनी की मांग

चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थन में हिंदू समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। लेकिन BNP और जमात के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। इस हमले में 50से अधिक हिंदू घायल हो गए। इसके बाद इस्कॉन को बैन करनी की भी मांग उठी थी। इस्कॉन को बैन करने के लिए बांग्लादेश हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की गई थी। लेकिन हाई कोर्ट ने इस्कॉन को बैन करने से इनकार कर दिया।

कोर्ट ने कहा कि बिना ठोस सबूत के इस पर स्वतः संज्ञान नहीं लिया जा सकता। वहीं, हाई कोर्ट के फैसले के बाद इस्कॉन के कोलकाता शाखा के उपाध्यक्ष राधारमन दास ने इसे न्याय की जीत बताया। उनका कहना है 'हम पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर दिया। यह लाखों भक्तों के लिए राहत की बात है।'

भारत ने बांग्लादेश से किया आग्रह

बता दें,चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश के विभिन्न जिलों में हिंदू समुदाय ने शांतिपूर्ण सभाएं आयोजित कीं। लेकिन कट्टरपंथी इस्लामिक समूहों ने इन सभाओं पर हमला किया। चटगांव विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कुशाल बरन समेत कई लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

इस मामले में भारत ने भी गहरी चिंता व्यक्त की है। इसके लिए भारत ने बांग्लादेश से हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समूहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।  

Leave a comment