हिमाचल-उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन की दोहरी मार, कई मकान जमींदोज; मसूरी में हजारों सैलानी फंसे

हिमाचल-उत्तराखंड में बारिश और भूस्खलन की दोहरी मार, कई मकान जमींदोज; मसूरी में हजारों सैलानी फंसे

Himachal-Uttarakhand Rain And Landslides: हिमालयी क्षेत्रों में मॉनसून की विदाई के बावजूद भारी बारिश और भूस्खलन ने एक बार फिर तबाही मचा रहा है। सोमवार की रात से हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार वर्षा से कम से कम 10 कच्चे मकान ढह गए हैं, जबकि उत्तराखंड के प्रसिद्ध हिल स्टेशन मसूरी में देहरादून मार्ग के बंद होने से करीब 2,500 पर्यटक फंस गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में हिमाचल के चार जिलों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और कांगड़ा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है।

हिमाचल में भूस्खलन का कहर

हिमाचल प्रदेश में सोमवार-मंगलवार की रात हुई भारी बारिश ने कई इलाकों में भूस्खलन को जन्म दिया। राज्य के विभिन्न जिलों में 10 से ज्यादा कच्चे घर पूरी तरह ढह चुके हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई है। मंडी जिले के बरागटा गांव में एक भूस्खलन की घटना में एक परिवार के पांच सदस्य मलबे में दब गए, जिनमें से दो को जीवित निकाला गया, एक की मौत हो गई, जबकि दो अभी भी लापता हैं। इसी तरह, निहरी तहसील में एक मकान के मलबे में पांच लोग फंस गए, जहां बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, राज्य में मॉनसून सीजन के दौरान अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 419 तक पहुंच चुकी है। जबकि 45 लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण  की मानें तो 1,337 से ज्यादा सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा 755 पेयजल योजनाएं बाधित है और 174 सड़कों पर मरम्मत कार्य चल रहा है। कई दुकानें, रेस्टोरेंट और फुट ब्रिज भी बाढ़ की चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजा देने और आवश्यक सेवाओं की बहाली के निर्देश दिए हैं।

उत्तराखंड में फंसे 2,500 पर्यटक

दूसरी तरफ, उत्तराखंड के देहरादून से मसूरी का 35 किलोमीटर लंबा मार्ग भूस्खलन और बादल फटने से कई जगह टूट गया है। टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बादल फटने की घटना ने हालात बिगाड़ दिए, जिसके कारण मसूरी पहुंचे करीब 2,500 पर्यटक पहाड़ी इलाके में फंस गए हैं। स्थानीय लोगों के साथ पर्यटकों में भी दहशत फैल गई है। वहीं, प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से बचाव अभियान शुरू कर दिया है, लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्य धीमी गति से चल रहा है।

इस आपदा में मौतों का आंकड़ा 22 पहुंच गया है। जबकि 23 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मसूरी के होटल और रिसॉर्ट्स में फंसे सैलानियों को भोजन और पानी की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन बिजली और संचार व्यवस्था बाधित होने से चुनौतियां बढ़ गई हैं। उत्तराखंड सरकार ने अगले 48 घंटों के लिए राज्य भर में अलर्ट जारी किया है, और पर्यटकों से अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है। SDRF की टीमें लगातार काम कर रही हैं।

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