Delhi Weather: धुंध छाई, प्रदूषण में कमी आई लेकिन AQI..., जानें नवंबर के पहले हफ्ते में कैसा रहेगा मौसम का मूड?

Delhi Weather: धुंध छाई, प्रदूषण में कमी आई लेकिन AQI..., जानें नवंबर के पहले हफ्ते में कैसा रहेगा मौसम का मूड?

Delhi Weather And AQI Update:राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्रों में सुबह-सुबह धुंध की हल्की परत ने एक बार फिर शहर को घेर लिया है। न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास लुढ़क गया है, जो लोगों को हल्की ठंड का अहसास करा रही है। हालांकि, प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी लाई है, जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 279 के आसपास स्थिर हो गया है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि नवंबर के पहले हफ्ते में ठंड की लहर तेज हो सकती है, जो प्रदूषण को फिर से बढ़ावा दे सकती है।

दिल्ली-NCR में धुंध और ठंड की एंट्री

IMD के अनुसार, दिल्ली-NCR में अक्टूबर के आखिरी दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के असर से ठंडी हवाओं का प्रवेश हो रहा है। आज सुबह धुंध या हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता घटकर 2 किलोमीटर तक रह गई। अधिकतम तापमान 27-28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जबकि न्यूनतम 18-19 डिग्री पर अटका। हवा की गति 5-7 किलोमीटर प्रति घंटा रही, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा से बह रही है।

IMD ने बताया कि नवंबर के पहले हफ्ते (1-7 नवंबर) की वेदर रिपोर्ट की मानें तो ठंड में 3-5 डिग्री की गिरावट आ सकती है। न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री तक पहुंच सकता है, जबकि अधिकतम 25-28 डिग्री के दायरे में रहेगा। IMD के अनुसार, 01 नवंबर के बाद धुंध और कोहरे की परत मोटी होने की संभावना है, खासकर सुबह और शाम के समय। पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाली ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों को प्रभावित करेंगी, जिससे 'गुलाबी ठंड' का अहसास बढ़ेगा। हालांकि, कड़ाके की सर्दी अभी दूर है, लेकिन यह बदलाव प्रदूषण को ट्रैप करने का खतरा पैदा कर सकता है।

प्रदूषण में आई कमी, लेकिन अभी भी...

पिछले 24 घंटों में हवा की दिशा दक्षिण-पूर्व से उत्तर-पश्चिम की ओर शिफ्ट हो गई है, जिसकी गति 6-14 किलोमीटर प्रति घंटा रही। इस बदलाव ने प्रदूषकों को फैलाने में मदद की, जिससे दिल्ली का औसत AQI 279 पर पहुंच गया है, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, PM2.5 का स्तर 118-135 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा, जबकि PM10 152-174 के आसपास। इसके अलावा आनंद विहार और वजीरपुर जैसे इलाकों में AQI 300-350 के बीच छुआ, लेकिन शहर के औसत में सुधार दिखा।

विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति कम होने और तापमान गिरने से प्रदूषक वातावरण में ठहर सकते हैं। ऐसे में यह राहत अस्थायी लग रही है। फिलहाल, राजधानी में GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) का स्टेज-1 लागू है, जिसमें निर्माण कार्य सीमित हैं और धूल नियंत्रण के उपाय सख्त। यदि AQI 300 पार करता है, तो स्टेज-2 सक्रिय हो सकता है।

Leave a comment