बांग्लादेश में जबरन बंद कराया गया इस्कॉन का शिबचर केंद्र, जबरन की जा रही गिरफ्तारी

बांग्लादेश में जबरन बंद कराया गया इस्कॉन का शिबचर केंद्र, जबरन की जा रही गिरफ्तारी

Bangladesh Uproar Update: बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का दौरा लगातार जारी है। इस्कॉन के पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में बवाल अल्पसंख्यक हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को जबरन बंद कराया जा रहा है। अब बांग्लादेश के शिबचर में स्थित इस्कॉन के केंद्र को बहुसंख्यक मुस्लिम आबादी ने जबरन बंद करा दिया है। इतना नहीं ही बांग्लादेश सेना के जवान इस्कॉन के श्रद्धालुओं को जबरन अपनी गाड़ियों में भरकर ले गए। 
 
इस घटना को लेकर इस्कॉन-कोलकाता के उपाध्यक्ष एवं प्रवक्ता राधारमण दास ने एक्स पर लिखा, 'बांग्लादेश में शिबचर स्थित इस्कॉन नमहट्टा केंद्र को मुस्लिमों ने जबरन बंद कर दिया है। सेना आई और इस्कॉन श्रद्धालुओं को एक वाहन में भरकर ले गई।'
 
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट के बाद से वहां पर अलसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ लगातार हिंसा जारी है। उग्र भीड़ लगातार अल्पसंख्यकों के घरों और उनके व्यापारिक केंद्रो को निशाना बना रही है। 
 
वकील की हत्या के बाद एक्शन
 
इस बीच बांग्लादेश की सेना ने इस्कॉन के पुजारी चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने में कथित संलिप्तता के आरोप में 30 से ज्यादा अल्पसंख्य हिंदुओं को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने 6 लोगों पर सरकारी वकील की हत्या करने का आरोप भी लगाया है। 
 
पुलिस और सेना के इस एक्शन की वजह से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों में दहशत का माहौल है। दरअसल, गिरफ्तार किए गए लोग इस्कॉन के पुजारी चिन्मय दास की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। इस दौरान सरकारी वकील सैफुल इस्लमा अलिफ की मौत हो गई थी। 
 
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने मंगलवार को वकील की हत्या की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। 
 
चिन्मय दास की जमानत के बाद बवाल
 
दरअसल, इस्कॉन के पुजारी चिन्मय दास को सोमवार को ढाका के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर जेल भेजने का आदेश दे दिया। इसके बाद चिन्मय दास के समर्थक भड़क गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। 
 

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