SOLAR CELL : कागज से भी पतला सोलर सेल, जानिए कैसे बिजली की कमी को करेगा पूरा?

SOLAR CELL : कागज से भी पतला सोलर सेल, जानिए कैसे बिजली की कमी को करेगा पूरा?

भारत में बिजली की बढ़ती मांग के बीच सोलर एनर्जी का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है। ऑफिस से लेकर घरों तक में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। सोलर पैनल के क्षेत्र में रोजाना हो रहे इनोवेशन के बीच रिसर्चर्स ने एक ऐसा सोलर सेल तैयार किया है, जो एक पेपर जितना पतला है। अल्ट्रा थिन और अल्ट्रा-लाइट इस सोलर सेल से किसी भी सतह को पावर सोर्स में बदला जा सकता है। 
 
इस सोलर सेल की मदद से किसी टेंट को भी एक सोलर पावर सोर्स में बदला जा सकता है। MIT (Massachusetts Institute of Technology) के रिसर्चर्स के द्वारा तैयार अल्ट्रा थिन सोलर सेल इंसान के बाल से भी पतला है। इसे किसी भी कपड़े से जोड़कर फिक्स्ड सरफेस पर इंस्टॉल करना बेहद आसान है। 
क्या है रिसर्चर्स का कहना? 
 
रिसर्च पेपर के लीड ऑथर Vladimir Bulović ने बताया, 'हमारे लाइटवेट फोटोवोल्टिक (PV) सेल का मौजूदा वर्जन उतना कारगर नहीं है, जितने सिलिकॉन PVs होते हैं। लेकिन, वजन में काफी कम होते हैं। इन पावर सेल्स का इस्तेमाल कन्वेंशनल सिलिकॉन PVs को रिप्लेस करने के लिए नहीं होगा, बल्कि ये वहां काम आएंगे, जहां सिलिकॉन PVs काम नहीं करते हैं।'
 
सेल बनाने के लिए रिसचर्स ने नैनोमैटेरियल का इस्तेमाल प्रिंटेबल इलेक्ट्रॉनिक इंक में किया है, जिससे नोवल सोलर सेल डिवाइस क्रिएट किया जा सके। इलेक्ट्रॉनिक मैटेरियल के slot-die कोटर का इस्तेमाल एक सब्सट्रेट पर किया है, जो सिर्फ 3 माइक्रोन मोटी है। इसके बाद उन्होंने एक स्क्रीन प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल इलेक्ट्रोड प्रिंट करने और सोलर सेल को पूरा करने के लिए किया है। 
 
सिर्फ 15 माइक्रोन है सेल की मोटाई
 
इस पॉइंट तक प्रिंटेड मॉड्यूल की मोटाई सिर्फ 15 माइक्रोन तक पहुंची है। जबकि इंसानी बाल की मोटाई 70 माइक्रोन तक होती है। ऐसे में इस अल्ट्रा-थिन फ्रीस्टैंडिंग मॉड्यूल का काम करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इतना पतला होने की वजह से ये आसानी से खराब या टूट सकते हैं। इस समस्या का भी हल करते हुए रिसर्चर्स ने एक खास कपड़े का इस्तेमाल किया है, जिसे Dyneema नाम से जाना जाता है।
 

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