PM Modi in Manipur: मणिपुर के चुराचांदपुर मेंप्रधानमंत्री मोदी ने 7,300 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित किया। साथ ही उन्होंने मणिपुर के हालतों को लेकर कहा कि मैं आपसे वादा करता हूं, मैं आपके साथ हूं। भारत सरकार आपके साथ है। पीएम मोदी ने मणिपुर में जिंदगी को फिर से पटरी पर लाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मणिपुर की धरती आशा और उम्मीद की भूमि है। दुर्भाग्य से हिंसा ने इस शानदार इलाके को अपनी चपेट में ले लिया था। थोड़ी देर पहले मैं उन प्रभावित लोगों से मिला हूं, जो शिविरों में रह रहे हैं। उनसे बातचीत करने के बाद मैं कह सकता हूं कि उम्मीद और विश्वास की नई सुबह मणिपुर में दस्तक दे रही है। किसी भी स्थान पर विकास के लिए शांति की स्थापना बहुत जरूरी है। पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर में दशकों से चल रहे कई विवाद, अनेक संघर्ष समाप्त हुए हैं। लोगों ने शांति का रास्ता चुना है और विकास को प्राथमिकता दी है। मैं सभी संगठनों से अपील करूंगा कि शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपने सपनों को पूरा करें। मैं आज आपको वादा करता हूं कि मैं आपके साथ हूं। भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मणिपुर के नाम में ही मणि है, ये वो मणि है जो आने वाले समय में पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाने वाली है। भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि मणिपुर को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाएं। इसी कड़ी में मैं आज यहां आप सभी के बीच आया हूं। थोड़ी देर पहले इसी मंच से करीब 7 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास हुआ है। ये प्रोजेक्ट्स मणिपुर के लोगों की, यहां हिल्स पर रहने वाले ट्राइबल समाज की जिंदगी को और बेहतर बनाएंगे।
‘मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है’
मणिपुर में पीएम मोदी ने कहा कि, "मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है। मैं मणिपुर के लोगों के जज्बे को सलाम करता हूं। आप सभी भारी बारिश के बावजूद यहां आए, मैं आपके इस प्यार के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं। भारी बारिश के कारण मेरा हेलीकॉप्टर नहीं आ पाया इसलिए मैंने सड़क मार्ग से आने का फैसला किया।
कनेक्टिविटी हमेशा से बहुत बड़ी चुनौती रही है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मणिपुर बॉर्डर से सटा राज्य है, यहां कनेक्टिविटी हमेशा से बहुत बड़ी चुनौती रही है। 2014 के बाद से मेरा बहुत जोर रहा कि मणिपुर की कनेक्टिविटी के लिए लगातार काम किया जाए और इसके लिए भारत सरकार ने 2 स्तरों पर काम किया है। पहला, हमने मणिपुर में रेल और सड़क का बजट कई गुना बढ़ाया और दूसरा, शहरों के साथ ही गांवों तक भी सड़कें पहुंचाने पर जोर लगाया।
Leave a comment