Lucknow Building Collapse: "मेरा भाई अभी नहीं मिला साहब, उसे ढूंढ दो..." लखनऊ में देवदूत की तरह काम कर रहे राहत-बचावकर्मी

Lucknow Building Collapse:

Lucknow Building Collapse: लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में बिल्डिंग करने के बाद राहत बचाव कार्य जारी है। तत्काल घटनास्थल पर राहत-बचावकर्मी कर्मी ने अपना काम शुरू कर दिया है। मलबे में दबे हुए लोगों को खोजने के लिए खोजी कुत्ता का सहारा लिया जा रहा है। अभी तक मलबे में दबे चार ट्रक को निकाला जा चुका है। राहत की बात बात ये है कि मृतकों की संख्या बढ़ी नहीं है। बता दें कि हादसे में अभी तक आठ लोगों की जान चली गई और 28 लोग घायल हुए हैं।          
 
एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा          
 
वहीं घटना के बाद से युद्व स्तर पर पुलिस प्रशासन के अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल , राज्य आपदा मोचन बल और दमकल की टीमें बचाव कार्य में जुटी है। पिछले 17 घंटे से बचाव कार्य चल रहा है। वहीं मलबा जल्दी हटाया जा सके जिसके चलते हाइड्रा मशीन भी बुलाई गई। इसके साथ डॉग स्क्वाड की मदद से मलबे में दबे लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि अभी तन तीन शव निकले हैं।  बता दें कि बारिश के कारण बिल्डिंग भर-भराकर गिर गई। शनिवार शाम को यह घटना घटी।   
 
मेरा भाई अभी नहीं मिला साहब, उसे ढूंढ दो    
 
लोकबंधु अस्पताल में मजदूर शेर बहादुर, डाक्टरों और पुलिस कर्मियों से अपने भाई जगरूप सिंह के खोजबीन करने की गुहार लगा रहे थे। शेर बहादुर ने बताया कि वह दवा फर्म में कई वर्षों से काम कर रहे हैं। उनका भाई जगरूप सिंह भी कुछ महीने से काम कर रहा था। घटना के समय वह दूसरे तल पर था, जबकि भाई भूतल पर। भाई का रात तक कुछ पता नहीं चला है। बता दें कि इमारत में दवा, मोबिल आयल समेत चार गोदाम थे। काम्प्लेक्स जिस समय ढही उस समय 40 से अधिक लोग काम हर रहे थे। 

Leave a comment