लोकसभा चुनाव के बीच सपा के प्रमुख अखिलेश यादव को लगा बड़ा झटका, 2 दिन में इन पार्टियों ने छोड़ा साथ

लोकसभा चुनाव के बीच सपा के प्रमुख अखिलेश यादव को लगा बड़ा झटका, 2 दिन में इन पार्टियों ने छोड़ा साथ

UP Politics: लोकसभा चुनाव के बीच समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका लग गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव के पुराने सहयोगी और महान दल के अध्यक्ष केशव देव मौर्य ने समर्थन वापस लेने का ऐलान किया है। इससे पहले जनवादी पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष संजय चौहान ने भी सपा को बीजेपी की बी टीम बताते हुए सपा से वापस समर्थन लिया था। साथ ही अब केशव देव मौर्य ने भी कुछ ऐसा कह दिया है जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में सियासत गरमा गई है।

केशव देव मौर्या ने लिखी ये बात

बता दे कि केशव देव मौर्य ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि अखिलेश यादव का साथ जब जयंत चौधरी,स्वामी प्रसाद मौर्य और पल्लवी पटेल ने छोड़ दिया था तब मैं उनके साथ चट्टान की तरह खड़ा था। इसके अलावा केशव देश ने ट्वीट करते हुए कहा है कि इस लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया गंठबंधन ने महान दल को अपने गठबंधन में नहीं लिया था लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महान दल से समर्थन मांगा था। महान दल का किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं था और बडा चुनाव होने के कारण महान दल के पास को प्रत्याशी भी नहीं था इसलिए महान दल ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दे दिया था।

गौरतलब है कि समर्थन देने के पहले सपा के वार्ताकार उदयवीर सिंह से मैंने जानकारी मांगी कि क्या समाजवादी पार्टी गठबंधन में जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा तो नहीं आ रहे हैं, अगर ऐसा है तो मैं समाजवादी पार्टी को समर्थन नहीं करूंगा लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया है। इसलिए उस विषम परिस्थिति में जब समाजवादी पार्टी को जयंत चौधरी, स्वामी प्रसाद मौर्य और पल्लवी पटेल ने छोड़ दिया था तब मै समाजवादी पार्टी के साथ चट्टान की तरह खड़ा हुआ और समर्थन दिया। लेकिन दूसरे चरण का चुनाव समाप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार पार्टी का विलय कराकर बाबू सिंह कुशवाहा को जौनपुर लोकसभा से अपना प्रत्याशी बना दिया. यहां तक तो ठीक था लेकिन समाजवादी पार्टी ने मेरे साथ पुनः 2022 का वही पुराना खेल शुरू किया जो स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर खेला था।

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