"आतंकवाद-अपराध के नेटवर्क को खत्म करना जरूरी है...", पहलगाम हमले के मुद्दे पर भारत के सपोर्ट में खुलकर आया जपान

PM Modi In Tokyo: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के बीच शिखर वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई।

इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसकी जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी। दोनों नेताओं ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों, उनके आयोजकों और वित्तपोषकों को तुरंत न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। दोनों देशों ने लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल कायदा और आईएसआईएस जैसे संयुक्त राष्ट्र सूचीबद्ध आतंकी संगठनों के खिलाफ ठोस वैश्विक कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आतंकी ठिकानों को नष्ट करने, वित्तीय चैनलों को तोड़ने और आतंकवाद-अपराध के नेटवर्क को खत्म करने की आवश्यकता पर बल दिया।

यूक्रेन और मध्य-पूर्व में शांति की अपील

संयुक्त बयान में भारत और जापान ने यूक्रेन में अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप स्थायी शांति का समर्थन किया। दोनों नेताओं ने कूटनीतिक प्रयासों का स्वागत करते हुए सभी पक्षों से संयम बरतने और क्षेत्रीय स्थिरता को खतरे में डालने वाली कार्रवाइयों से बचने की अपील की। मध्य-पूर्व में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए भी दोनों देशों ने संयुक्त प्रतिबद्धता जताई, जिसमें नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही गई।

गाजा संकट पर चिंता

गाजा में बिगड़ती मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए मोदी और इशिबा ने तत्काल युद्धविराम और सभी बंधकों की रिहाई की मांग की। उन्होंने गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने और स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने वैश्विक समुदाय से एकजुट होकर मानवीय संकट को हल करने की अपील की।

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