महज 14 साल की उम्र में वैभव ने रचा इतिहास, किया ऐसा कारनामा सचिन भी हुए मुरीद

महज 14 साल की उम्र में वैभव ने रचा इतिहास, किया ऐसा कारनामा सचिन भी हुए मुरीद

Vaibhav Suryavanshi Century:  जिस उम्र में बच्चे की दसवीं के परीक्षा की तैयारी करते है। उस 14 साल की उम्र में बिहार के वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में इतिहास रच दिया। उन्होंने महज 35 गेंदों में शतक लगाकर टूर्नामेंट में सबसे तेज शतक जड़ने वाले भारतीय बन गए। वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 38 गेंदों में 101 रनों की पारी के दौरान सात चौके और 11 छक्के लगाए।

वैभव सूर्यवंशी ने 35 गेंदों में शतक लगाकर युसूफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ दिया। साल 2010 के सीजन में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते हुए युसूफ पठान ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ 37 गेंदों में सेंचुरी बनाई थी। जिसे वैभव सूर्यवंशी ने तोड़ दिया। इसके साथ ही ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो वैभव अब दूसरे नंबर पर आ चुके है। पहले नंबर पर सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम दर्ज है। उन्होंने आरसीबी के तरफ से खेलते हुए पुणे वॉरियर्स के खिलाफ 2013 में 30 गेंद में शतक जड़ा था। अपनी पारी की शुरूआत में सूर्यवंशी ने 17 गेंदों पर 50 रनों की शानदान पारी खेली। जिसके बाद उन्होंने महज 35 गेंदों पर शतक लगा कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया। राजस्थान ने रॉयल्स ने इस युवा खिलाड़ी को एक करोड़ 10 लाख रुपये में खरीदा था। इसके साथ ही वैभव आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए थे।

आईपीएल में तीसरा मैच खेल रहे वैभव सूर्यवंशी ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। जिस तरह उन्होंने मोहम्मद सिराज, ईशांत शर्मा और राशिद खान जैसे दिग्गज गेंदबाजों का सामना किया, वो देखने लायक था। इसके साथ उन्होंने शतक लगाकर कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए। आइए जानते है उनके रिकॉर्ड के बारे में

  1. 14 साल 32 दिन की उम्र में शतक ठोककर वह सिर्फ आईपीएल के ही नहीं बल्कि टी-20 क्रिकेट में सबसे युवा शतकवीर बन गए
  2. आईपीएल में दूसरा सबसे तेज शतक बनाया। वहीं,सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय बन गए।
  3. एक पारी में सबसे ज्यादा 11 छक्के लगाने के भारतीय रिकॉर्ड की बराबरी कर ली।
  4. आईपीएल में लगाए गए किसी भी शतक में सबसे ज्यादा बाउंड्री रेट (93%) का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।

सचिन तेंदुलकर ने की तारीफ

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी खुद को वैभव की तारीफ करने से नहीं रोक पाए। उन्होंने युवा बल्लेबाज के निडर दृष्टिकोण की तारीफ की। सचिन ने कहा- वैभव का निडर दृष्टिकोण, बल्ले की गति, शुरुआत में ही लेंथ को पहचानना और गेंद के पीछे ऊर्जा का हस्तांतरण करना एक शानदार पारी का नुस्खा था।

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