
International Yoga Diwas: "योग से सब होगा " – यह कहावत भारत के इस अनमोल उपहार को दर्शाती है, जो योग के रूप में दुनिया को मिला है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। 2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन के दौरान 21 जून को वैश्विक योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव दिया था। इसके बाद, दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों और 170 से अधिक सह-प्रायोजक देशों ने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को स्वीकार किया, तब से 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों मनाया जाता है?
"International Yoga Day" हर साल 21 जून को दुनिया भर में योग के लाभों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। नियमित योग अभ्यास से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है। इस दिवस की शुरुआत 2015 में हुई थी। इस दिन को विभिन्न स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर उत्साहपूर्वक मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग करीब 45 मिनट तक एक साथ योग करते हैं, और देश भर में विविध गतिविधियों का आयोजन किया जाता है ताकि योग के महत्व को बढ़ावा दिया जाए और इसे अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए।
योगा दिवस पर भारत के नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, जो हर साल 21 जून को मनाया जाता है, ने कई गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। पहला योग दिवस 2015 में नई दिल्ली के राजपथ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुआ, जहां 35,985 लोगों ने एक साथ योग करके सबसे बड़े योग सत्र का रिकॉर्ड बनाया। साथ ही, 84 देशों के प्रतिभागियों ने भाग लेकर सबसे अधिक राष्ट्रीयताओं का रिकॉर्ड स्थापित किया। 2023 में गुजरात के सूरत में 1,47,952 लोगों ने 10.5 किलोमीटर लंबी सड़कों पर 135 ब्लॉकों में योग किया, जिसने 2018 के कोटा, राजस्थान के 1,00,984 प्रतिभागियों के रिकॉर्ड को तोड़ा। यह आयोजन गुजरात राज्य योग बोर्ड और टीम सूरत ने किया। 2018 में केरल पर्यटन के सहयोग से 22 देशों के योग राजदूतों का दौरा हुआ। हर साल प्रतिभागियों की संख्या बढ़ रही है, और 2023 में 23.4 करोड़ लोगों ने वैश्विक स्तर पर हिस्सा लिया। योग दिवस न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि वैश्विक एकता का प्रतीक भी है।
एफिल टावर से लेकर माउट एवरेस्ट बेस तक मनाया गया योगा डे
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को विश्व भर में उत्साह से मनाया जाता है। 2015 से शुरू यह आयोजन एफिल टावर, सिडनी ओपेरा हाउस, मृत सागर, माउंट एवरेस्ट बेस कैंप और ब्रासीलिया कैथेड्रल जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर हो चुका है। 2022 में भारत की 75 ऐतिहासिक धरोहरों पर योग सत्र आयोजित हुए। 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय पर 135 से अधिक देशों के प्रतिभागियों के साथ योग किया। मध्य प्रदेश के जबलपुर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मौजूदगी में 15,000 से अधिक लोगों ने योग आसन किए। हर साल इस दिवस में भागीदारी बढ़ रही है, जो योग की वैश्विक स्वीकार्यता को दर्शाता है।
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