ट्रेप की टैरिफ नीति का दिखा उलटा असर! भारत के बाद अब जपान संग भी बात, क्या अमेरिका को मिलेगा सबक?

ट्रेप की टैरिफ नीति का दिखा उलटा असर! भारत के बाद अब जपान संग भी बात, क्या अमेरिका को मिलेगा सबक?

INDIA-JAPAN-USA On Terrif: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जापान दौरे से ठीक पहले, जापान ने अमेरिका के साथ अपनी व्यापार वार्ता को टालकर ट्रंप प्रशासन को झटका दिया है। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता विफल होने के बाद अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ थोप दिया, जिसे भारत ने रूसी तेल खरीद के बहाने अनुचित करार दिया। ट्रंप का दावा है कि भारत का उच्च टैरिफ उनकी ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के खिलाफ है, लेकिन भारत ने घरेलू उद्योगों और किसानों के हितों की रक्षा के लिए उनकी शर्तें ठुकरा दीं। ट्रंप ने भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल डिवाइसेज और कृषि उत्पादों पर टैरिफ कम करने की मांग की थी, जिसे मानने से भारत ने इनकार कर दिया।

जापान का अमेरिका को करारा जवाब

जापान ने भी ट्रंप की टैरिफ नीति के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। जापानी व्यापार वार्ताकार रोसेई अकाजावा ने आखिरी क्षणों में अमेरिका दौरा रद्द कर 550 अरब डॉलर के निवेश पैकेज को लटका दिया। अमेरिका ने पहले जापान पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसे 15% तक कम करने पर सहमति बनी थी। लेकिन ट्रंप के बयान कि निवेश का 90% लाभ अमेरिका को मिलेगा, ने जापान को नाराज कर दिया। जापानी अधिकारियों ने साफ किया कि निवेश तभी होगा, जब दोनों देशों को बराबर फायदा हो। जापान ने ट्रंप से टैरिफ नीति में संशोधन की मांग की है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।

भारत-जापान की रणनीतिक साझेदारी

भारत और जापान, दोनों ही ट्रंप की टैरिफ नीति का मुकाबला करने के लिए वैकल्पिक रणनीतियों पर काम कर रहे हैं। भारत ने जापान के साथ 68 अरब डॉलर के निवेश समझौते की दिशा में कदम बढ़ाया है, जो सेमीकंडक्टर और एआई जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को जापान, ब्रिटेन और अन्य देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर ध्यान देना चाहिए। इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई ने सुझाव दिया कि जापान के साथ खुला व्यापार भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है, जो अगले 20 सालों में हर साल 30-40 अरब डॉलर का निवेश ला सकता है।

ट्रंप की नीति का उलटा असर

ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति उनके ही खिलाफ जाती दिख रही है। भारत और जापान जैसे देशों ने उनके दबाव में झुकने से इनकार कर दिया है। भारत ने 40 अन्य देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की रणनीति शुरू की है, ताकि अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव को कम किया जा सके। जापान भी अपनी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की रक्षा के लिए अमेरिका की मांगों को ठुकरा रहा है। ट्रंप के टैरिफ से वैश्विक विश्वास में कमी आ रही है, और विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जैसे देशों को नए व्यापारिक साझेदारों के साथ विविधता लानी चाहिए।

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