China Developed Pokhara Airport: नेपाल के पोखरा शहर में करोड़ों डॉलर खर्च कर बनाए गए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को लेकर बड़ा घोटाला सामने आया है। सरकारी जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि इस प्रोजेक्ट में चीन की सरकारी कंपनी CAMC इंजीनियरिंग ने घटिया उपकरणों का इस्तेमाल किया और काम तय मानकों के अनुसार नहीं किया।
जांच में यह भी सामने आया है कि कंपनी ने प्रोजेक्ट की मंजूरी के लिए नेपाल के कुछ अधिकारियों और सांसदों को रिश्वत दी। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ ऐसे कार्यों को भी स्वीकृति दी गई जो कभी हुए ही नहीं। पोखरा एयरपोर्ट से जुड़ी ये रिपोर्ट 17अप्रैल को संसद में पेश की गई, जिसमें कुल 36पेज में इन गड़बड़ियों का ज़िक्र किया गया है।
पर्यटन को बढ़ावा देने की उम्मीद टूटी
नेपाल को उम्मीद थी कि यह नया एयरपोर्ट देश में पर्यटन को बढ़ाएगा और विदेशी उड़ानें बढ़ेंगी। लेकिन अभी हकीकत यह है कि वहां से सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान ही शुरू हो पाई है। इसके अलावा, चीन ने जो कर्ज़ दिया था, उसकी ब्याज दर बढ़ा दी गई है, जिससे नेपाल पर आर्थिक बोझ और बढ़ गया है। सरकार को अब डर है कि नेपाल कहीं कर्ज के जाल में न फंस जाए।
कर छूट और अधूरी सुविधाओं पर सवाल
रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी को 1.6करोड़ डॉलर का टैक्स माफ किया गया, जबकि अनुबंध में कर अदा करना ज़रूरी था। इसके अलावा, एयरपोर्ट पर दो रनवे होने चाहिए थे, लेकिन अभी केवल एक रनवे काम कर रहा है। दूसरा रनवे सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है।
दोषियों को सज़ा देने की मांग
जांच प्रमुख राजेंद्र लिंगडेन ने इसे बड़ा भ्रष्टाचार बताया है और मांग की है कि इसमें शामिल अधिकारियों और नेताओं को सज़ा दी जाए। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि जरूरी दस्तावेज नष्ट किए जा सकते हैं। इसलिए समिति ने नागरिक उड्डयन विभाग के वरिष्ठ अफसरों को निलंबित करने की सिफारिश की है।
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