भारत की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल ने दुनिया को किया हैरान, खरीदने के लिए लगी इन देशों की कतार

भारत की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल ने दुनिया को किया हैरान, खरीदने के लिए लगी इन देशों की कतार

Brahmos Missile: अगले साल तक भारतीय वायुसेना को सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस (BrahMos) का नेक्स्ट जनरेशन (NG) वर्जन मिल जाएगा। वायुसेना इस मिसाइल को अपने सुखोई-30 फाइटर जेट में इस्तेमाल करेगा। इस मिसाइल की खासियत के बारे में बताए तो मिसाइल पहले से छोटी, लेकिन तेज होगी। इतनी छोटी कि इसे छोटे फाइटर जेट्स में भी आसानी से फिट किया जा सकेगा।

गौरतलब है कि ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल पहले से ही भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना कर रही हैं। लेकिन अब इसको एडवांस लेवल पर तैयार किया जा रहा है। इस के साथ मिसाइल की खरीदी के लिए भी कई देशों ने इसमें रूचि दिखाई हैं। 

ब्रह्मोस मिसाइल की खरीदी के लिए कई देश तैयार

फ़िलीपींस के बाद अब 4 और देशों ने ब्रह्मोस मिसाइल में रूचि दिखाई हैं। इन 4 देशों में यूएई, सऊदी अरब, वियतनाम, मिस्र और इंडोनेशिया का नाम शामिल हैं। ये सभी देश भारत सरकार से मिसाइल की खरीदी के लिए बात कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मिसाइल की खरीदी के लिए इंडोनेशिया ने बातचीत शुरु कर दी है। इस बात का अंदाजा भारत के गणतंत्र दिवस के समारोह से लगाया जा सकता है। जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो इस समारोह में अतिथि के तौर पर आए थे। 

फिलीपींस को मिली थी ब्रह्मोस मिसाइल

बता दें, पिछले साल भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलों की डिलीवरी शुरू की थी। यानी देखा जाए तो सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल का खरीददार फिलीपींस बना।

क्या है ब्रह्मोस का नेक्स्ट जनरेशन?

भारत की सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल ब्रह्मोस का नेक्स्ट जनरेशन वर्जन एक हल्का संस्करण है। ये वर्जन मौजूद ब्रह्मोस मिसाइल से 30 पर्सेंट छोटा है। इस मिसाइल को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) और रूस के संयुक्त उपक्रम (Joint Venture) ने मिलकर बनाया है।

ब्रह्मोस-NG की खासियत क्या हैं?

ब्रह्मोस-NG का डिजाइन काफी प्रभावी और हल्का है। इसका वजन 1.5 टन होगा। तो वहीं, इसकी लंबाई 5 मीटर होगी। इसका साइज इतना छोटा होगा कि इसे छोटे फाइटर जेट्स में भी आसानी से फिट किया जा सकेगा। इसकी रेंज 300 से 400 किलोमीटर तक होगी। सुपरसोनिक मिसाइल की स्पीड और इसके नेविगेशन सिस्टम की मदद से दुश्मन बच नहीं सकेंगे।

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