‘अगर ऐसा कोई संदेश आता है, तो…’, कच्चातिवु द्वीप वापस लौटाने पर बोले श्रीलंकाई मंत्री

‘अगर ऐसा कोई संदेश आता है, तो…’, कच्चातिवु द्वीप वापस लौटाने पर बोले श्रीलंकाई मंत्री

Kachchatheevu Island: कच्चातिवु द्वीप विवाद इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। भाजपा ने कांग्रेस पर 70 के दशक में कच्चातिवु द्वीप श्रीलंका को सौंपने का आरोप लगाया है। पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कांग्रेस और डीएमके के ऊपर देश की संप्रभूता के साथ समझौता करने का आरोप लगाया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या अब भारत कच्चातिवु द्वीप को वापस लेगा? इसको लेकर श्रीलंका के मंत्री ने बात की है और कहा है कि इस मुद्दे पर भारत अभी तक कोई आधिकारिक संदेश नहीं भेजा है।

कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई

एक अंग्रेजी अखबार में श्रीलंकाई राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे के मंत्रिमंडल में तमिल मूल के मंत्री जीवन थोंडामन के हवाले से बताया गया है कि, ‘जहां तक श्रीलंका का सवाल है, कच्चातिवु द्वीप श्रीलंकाई नियंत्रण रेखा के भीतर आता है। श्रीलंका के साथ नरेंद्र मोदी की विदेश नीति सजीव और स्वस्थ है। अभी तक भारत की ओर से कच्चातिवु द्वीप का नियंत्रण लौटाने के लिए कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है। भारत की ओर से अभी तक ऐसा कोई अनुरोध नहीं आया है। अगर ऐसा कोई संदेश आता है, तो विदेश मंत्रालय उसका जवाब देगा।’

कोई भी बदलाव की मांग नहीं कर सकता

वहीं एक दूसरे श्रीलंकाई मंत्री से जब इस विषय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने नाम जाहिर ना करने की शर्त पर कहा, कच्चातिवु को औपचारिक रूप से श्रीलंका की नियंत्रण रेखा के अंदर मान्यता दी गई थी। एक बार सीमा तय हो जाने के बाद, केवल सरकार बदलने के कारण कोई भी बदलाव की मांग नहीं कर सकता… कच्चातिवु श्रीलंकाई कैबिनेट में चर्चा का विषय नहीं रहा है; इस संबंध में भारत से कोई संचार नहीं हुआ है।’

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