
Heat Wave: देश के उत्तरी हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी के वजह से लोगों का बुरा हाल हुआ है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और हरियाणा जैसे राज्यों में पारा 45 डिग्री के पार जा रहा है। ऐसे में लोगों को अपने सेहत का खास ख्याल रखना चाहिए साथ ही ऐसे मौसम में बुजुर्ग लोगों का अपनी सेहत पर ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनका शरीर और इम्यूनिटी कमजोर होते हैं और हीट वेव उनके लिए जानलेवा हो सकती है।
बुजुर्गों के लिए कैसे खतरनाक होती है हीट वेव शारीरिक क्षमता में कमी: बुजुर्गों की शारीरिक क्षमता अक्सर कमजोर हो जाती है, जिससे उनके शरीर का तापमान संतुलन बनाए रखना कठिन हो जाता है।
स्वास्थ्य समस्याएं: उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह, और श्वसन संबंधी समस्याओं जैसी पुरानी बीमारियां हीटवेव के प्रभाव को और बढ़ा सकती हैं।
दवाओं का प्रभाव:कई बुजुर्ग विभिन्न दवाओं का सेवन करते हैं जो शरीर की तापमान को नियंत्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं।
पसीने की कमी: उम्र बढ़ने के साथ, पसीना आने की क्षमता कम हो जाती है, जो शरीर के तापमान को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है।
डिहाईड्रेशन:बुजुर्गों में प्यास की अनुभूति कम हो जाती है, जिससे वे पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पी पाते और जल्दी ही डिहाईड्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
अकेलापन और सामाजिक समर्थन की कमी:कई बुजुर्ग अकेले रहते हैं और उनके पास पर्याप्त सामाजिक समर्थन नहीं होता, जिससे संकट की स्थिति में मदद प्राप्त करना कठिन हो जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
हाइड्रेटेड रहें:पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
ठंडे स्थान पर रहें:घर के अंदर रहें, विशेष रूप से दोपहर के समय जब तापमान सबसे ज्यादा होता है।
हल्के कपड़े पहनें:हल्के, ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
एयर कंडीशनिंग का उपयोग:अगर संभव हो तो एयर कंडीशनिंग का उपयोग करें।
अधिकारी सलाह का पालन करें:मौसम विभाग और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी चेतावनियों और सुझावों का पालन करें।
हीटवेव बुजुर्गों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है, लेकिन उचित सावधानियों और तैयारी से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। बुजुर्गों की देखभाल करने वाले लोगों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ रहें।
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