हरियाणा में अब अपराधियों के खैर नहीं! ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत 3,748 अपराधियों को पुलिस ने धर दबोचा

हरियाणा में अब अपराधियों के खैर नहीं! ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत 3,748 अपराधियों को  पुलिस ने धर दबोचा

HARYANA NEWS: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह के ऑपरेशन ट्रैकडाउन से हरियाणा के जेल विभाग की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऑपरेशन के तहत की गई कार्रवाई से अब तक 3748 अपराधी पुलिस ने पकड़े हैं।इनमें से कुछ अपराधियों को जेल भेज दिया गया है, कुछ को भेजने की तैयारी है। हालांकि जेल पहले से ही फुल हैं। अभी प्रदेश की सेंट्रल और स्टेट जेलों में अपनी क्षमता से 4353 कैदी अधिक बंद हैं।हालांकि जेल विभाग के डीजी आलोक राय दावा कर रहे हैं कि हमारी जेलों में अभी बहुत जगह है, सभी कैदियों को एडजस्ट कर दिया जाएगा।

हरियाणा में मौजूदा समय में तीन केंद्रीय जेलों के अलावा 17 जिला जेल हैं। इनमें अंबाला सेंट्रल जेल, हिसार सेंट्रल जेल- II, हिसार जिला जेल, भिवानी जिला जेल, फरीदाबाद जिला जेल, गुरुग्राम जिला जेल, जींद जिला जेल, कैथल जिला जेल, करनाल जिला जेल, कुरुक्षेत्र जिला जेल, नारनौल जिला जेल, रेवाड़ी जिला जेल, चरखी दादरी जेल, रोहतक जेल, पंचकूला जेल, फतेहाबाद जेल, नीमका जेल के नाम शामिल हैं।इन सभी जेलों में कुल कैदियों को रखने की क्षमता 22,837 है। 1 जुलाई 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक इन सभी जेलों में कुल 27,230 कैदी बंद थे। स्पष्ट है कि मौजूदा समय में प्रदेश की जिलों में क्षमता से 4,393 कैदी अधिक बंद हैं। 

इन वजहों से DG जेल कर रहे हैं दावा...

अस्थायी बैरक बनाने की व्यवस्था

हरियाणा के डीजी जेल आलोक राय ने बताया कि भले ही कैदियों की संख्या निर्धारित क्षमता से कुछ हजार अधिक है, लेकिन इनके लिए भी जेलों में पर्याप्त उपयुक्त स्थान है। हमारे पास जेल में बैरक के अलावा भी बहुत सा ऐसा स्थान होता है, जिसको हम अस्थायी बैरक के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए ऑपरेशन ट्रैक डाउन में गिरफ्तार होने वाले अपराधियों की संख्या का जेलों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।2. रोहतक हाई सिक्योरिटी जेलडीजी आलोक राय ने बताया कि जिला रोहतक में एक हाई सिक्योरिटी जेल का निर्माण अंतिम चरण में है, जो दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना है। इस जेल में 312 कुख्यात अपराधियों को रखने की क्षमता होगी। वहीं चरखी दादरी, फतेहाबाद व पंचकूला में भी नई जेलों का निर्माण करने के लिए जमीन खरीदी जा चुकी है। चरखी दादरी और फतेहाबाद में जेल के निर्माण के लिए डिजाइन तैयार कर अनुमोदित किया जा चुके हैं।

रेवाड़ी जेल अगले हफ्ते हो जाएगी हैंडओवर

रेवाड़ी में आधुनिक सुविधाओं से युक्त नई जिला जेल का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसमें 1000 बंदियों को रखने की क्षमता होगी। मुख्यमंत्री द्वारा 15 जून 2025 को इसका उद्घाटन किया जा चुका है। इसके अलावा जिला फरीदाबाद और करनाल में खुली जेलें (ओपन जेल) स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें क्रमशः 36 और 30 कैदी, बंदियों को रखने की व्यवस्था है। यहां पढ़िए ऑपरेशन की कुछ खास बातें। जमानत पर बाहर आने वालों की हिस्ट्री खोली जा रही। डीजीपी ओपी सिंह के ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत जमानत पर जेल से बाहर आए अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोली जा रही है। ऐसे क्रिमिनल जो अपराध में सक्रिय हैं तो उनकी जमानत रद्द कराई जा रही है। अगर वे सुनियोजित तरीके से अपराध में लिप्त हैं तो उनके खिलाफ संगठित अपराध की सख्त धाराएं भी लगाई जा रही हैं।अपराध अर्जित प्रॉपर्टी की लिस्ट बन रही। जो क्रिमिनल बाहर हैं या संगठित अपराध कर रहे हैं उनके द्वारा अपराध से अर्जित संपत्ति को चिह्नित कर उसे जब्त किया जा रहा है। इसकी लिस्ट भी जिला और प्रदेश स्तर पर बनाई जा रही है। इसके अलावा सबसे खास बात यह है कि जो इन अपराधियों को संरक्षित और पोषित कर रहा है उसकी भी लिस्ट इस अभियान के तहत बनाई जा रही है। टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट बन रही। सूबे के हर जिला और जोन टॉप 10 क्रिमिनल की लिस्ट पुलिस अधिकारी बना रहे हैं। इसके लिए एसपी, डीसीपी, सीपी जिम्मेवार होंगे। STF राज्य के टॉप 20 क्रिमिनल की लिस्ट बनाने को कहा गया है।

डीजीपी ने इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय ही है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिला या जोन स्तर पर ऐसे वांछित अपराधी अपराध करते हैं तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेदार होंगे। ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत अब तक की कार्रवाई। ऑपरेशन ट्रैकडाउन के तहत अब तक की कार्रवाई। अभियान के तहत 260 अपराधियों की हिस्ट्री शीट खोली गई है। अब तक ऑपरेशन के तहत पूरे प्रदेश में कुल 768 कुख्यात अपराधी पकड़े जा चुके हैं, और वहीं अन्य अपराधों में भी पुलिस ने 2980 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। 

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