
HARYANA NEWS: दिल्ली में हुए ब्लास्ट मामले में जांच एजेंसियों ने नूंह के डेरा डाला हुआ है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को शनिवार को नूंह जिले में एक अहम सफलता हाथ लगी है। नूंह में जहां कई जगह आतंकी डॉ उम्र की गतिविधियां देखी गई है, वहीं फिरोजपुर झिरका शहर के एक एटीएम से भी आतंकी पैसे निकलता हुआ दिखाई दे रहा है। करीब 5 मिनट के इस वीडियो में यह साफ दिखाई दे रहा है कि आतंकी अपनी i 20 कार से उतरता है और शहर के एचडीएफसी एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास करता है।
जानकारी के मुताबिक शनिवार को केंद्रीय जांच एजेंसी की टीमें नूंह कोहिदायत कॉलोनी, पिनगवां रोड और आसपास के कई इलाकों में पहुंची थीं। सुबह से ही शुरू हुई तलाशी और पूछताछ का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। सूत्रों के मुताबिक नूंह के गोयल अल्ट्रासाउंड एवं डायग्नोस्टिक सेंटर में लगे सीसीटीवी फुटेज में एक सफेद रंग की आई-20 कार नजर आ रही है, जो डॉ उमर की बताई जा रही है। हालांकि कार का नंबर प्लेट अभी धुंधला होने के कारण स्पष्ट नहीं हो सका है, लेकिन टीम एडवांस तरीके से नंबरों की जांच करने में जुटी हुई है।
सीसीटीवी के जरिए हुआ खुलासा
आतंकी डॉ उमर की यही कार फिरोजपुर झिरका एरिया में दिल्ली-मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर एक टोल प्लाजा के सीसीटीवी में कैद हो चुकी थी, जिससे उसकी आवाजाही का पैटर्न साफ हो रहा है। अब उसी एरिया का एक और सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। जिसमें सफेद रंग की i20 कार साफ दिखाई दे रही है। यह सीसीटीवी वीडियो फिरोजपुर झिरका शहर के बीवां रोड का हैं। जहां लगे HDFC बैंक के एटीएम में आतंकी डॉक्टर उमर पैसे निकालने के लिए आया था।
आतंकी उमर ने एटीएम से निकालने का किया प्रयास
आतंकी डॉक्टर उमर की गाड़ी 9 नवंबर की रात 01:01 मिनट पर एटीएम मशीन के बाहर रुकती है। उमर गाड़ी से उतरकर पहले चेहरे को मास्क से ढकता है और बाद में एटीएम मशीन के अंदर पैसे निकालने का प्रयास करता है। करीब 4 मिनट तक उमर एटीएम मशीन के अंदर ही रहता है और पैसे निकालने का प्रयास करता है। लेकिन एटीएम मशीन में पैसे नहीं होने से वह वहां मौजूद गार्ड से बात करने लगता है।
जांच में एक खुलासा यह भी हुआ है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी में कार्यरत इलेक्ट्रीशियन शोएब नाम के युवक ने आतंकी डॉक्टर उमर को नूंह शहर की हिदायत कॉलोनी में किराए पर एक मकान दिलवाया था।शोएब अभी जांच एजेंसियों की हिरासत में है। शोएब ने जिस महिला का मकान दिलवाया था, वह महिला शोएब की साली है जो नूंह के गोलपुरी गांव की मूल निवासी है और उसकी ससुराल हथीन क्षेत्र के खिल्लुका गांव में बताई गई है। यही महिला मकान मालकिन है, जिसने उमर को 10 दिनों के लिए कमरा किराए पर दिया था।
सूत्रों के मुताबिक जैसे ही शोएब जांच एजेंसियों की हिरासत में आया वैसे ही मकान मालकिन वहां से भाग गई। फिलहाल मकान पर ताला लटका हुआ है और महिला अपने परिजनों के साथ कहीं गायब बताई जा रही है।स्थानीय पुलिस भी केंद्रीय एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रही है और क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है। नूंह शहर थाना प्रभारी जितेंद्र अपनी टीम के साथ शनिवार को देर शाम तक मकान में जांच करते हुए दिखाई दिए।
जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन मिले सुरागों से लग रहा है कि आतंकी मॉड्यूल की जड़ें नूंह तक फैली हुई हैं। आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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