पेट्रोल-डीजल से नहीं गन्ने के रस से चलेगी कार! दुनिया की पहली इथेनॉल-संचालित कार आज होगी लॉन्च

पेट्रोल-डीजल से नहीं गन्ने के रस से चलेगी कार! दुनिया की पहली इथेनॉल-संचालित कार आज होगी लॉन्च

Ethanol Car To Launch In India: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज दुनिया की पहली टोयोटा इनोवा का अनावरण करेंगे, जो पूरी तरह से इथेनॉल पर चलेगी। सरकार लगातार ऑटो दिग्गजों पर अन्य ईंधन-आधारित वाहन लाने के लिए दबाव डाल रही है जो कम प्रदूषण फैलाने वाले और टिकाऊ हों। उन्होंने हाइड्रोजन से चलने वाली कार, टोयोटा मिराई EVभी पेश की है।

राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सस्टेनेबिलिटी समिट में बोलते हुए कार के अनावरण की घोषणा की थी, उन्होंने कहा कि 2004 में देश में पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद उन्हें जैव ईंधन में रुचि हो गई और उन्होंने इस उद्देश्य के लिए ब्राजील का दौरा भी किया। उनके अनुसार, जैव ईंधन में इस क्षेत्र में क्रांति लाने की क्षमता है और संभावित रूप से पेट्रोलियम आयात पर खर्च होने वाली महत्वपूर्ण राशि को बचाया जा सकता है।

गडकरी ने कहा,“अगर हमें आत्मनिर्भर बनना है तो हमें तेल पर अपनी निर्भरता को शून्य करना होगा। यह फिलहाल 16लाख करोड़ रुपये है, यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्षति है। भारत को और अधिक टिकाऊ उपाय करने चाहिए क्योंकि प्रदूषण देश में एक बड़ा मुद्दा है।”

प्रदूषण रोकने के लिए अब क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

भारत सरकार फिलहाल पेट्रोल में 20 फीसदी इथेनॉल मिलाने की योजना बना रही है। E20 योजना के तहत 2025-2026 तक पूरे देश में 20 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल लॉन्च किया जाएगा। भारत सरकार ने 2021-22 में अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए 86 प्रतिशत ईंधन का आयात किया था। 11 जुलाई 2023 को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि E20 पेट्रोल फिलहाल 1,350 पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध है और 2025 तक यह पूरे देश में उपलब्ध होगा।

इथेनॉल क्या है और इसे कैसे तैयार किया जाता है?

इथेनॉल एक प्रकार का अल्कोहल है, जो गन्ने के रस, मक्का, आलू, कसावा और सड़ी-गली सब्जियों के किण्वन से तैयार किया जाता है। स्टार्च और चीनी के किण्वन से बने इथेनॉल को पेट्रोल के साथ मिलाया जाता है और जैव ईंधन या फ्लेक्स ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है। तैयार फ्लेक्स ईंधन को पेट्रोल पंप पर भेजा जाता है जहां से ईंधन वाहनों में जाता है। फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाले वाहन भी विभिन्न प्रकार के होते हैं। दरअसल, इन वाहनों के इंजन विशेष रूप से फ्लेक्स फ्यूल या बायो फ्यूल पर चलने के लिए तैयार किए जाते हैं।

फ्लेक्स ईंधन वाहन क्या हैं?

फ्लेक्स इंजन वाले वाहन पेट्रोल, डीजल, इथेनॉल या फ्लेक्स ईंधन पर चल सकते हैं। नितिन गडकरी आज जिस कार को भारत में लॉन्च करने वाले हैं वह 100% इथेनॉल से चलने में सक्षम होगी। इसका मतलब यह है कि यह कार पूरी तरह से इथेनॉल के साथ-साथ फ्लेक्स फ्यूल पर भी चल सकती है। फ्लेक्स फ्यूल वाहनों के उपयोग से कच्चे ईंधन के आयात में कमी आएगी। इससे हर साल 16 लाख रुपये की बचत होगी।

Leave a comment