Taiwan Earthquake Reason: ताइवान में भूकंप आना को नई बात नहीं, प्रशांत महासागर का यह आइलैंड देश इस चीज का आदी हो चुका है। इसके बावजूद, जब कल भूकंप आया तो पूरा ताइवान दहल उठा, क्योंकि ये भूकंप पिछले 2 दशकों का सबसे तगड़ा झटका था। बहुमंजिला इमारत की छत पर पूल से गिर रहा पानी, डगमगाते पुल पर गाड़ियों में चीखते चिल्लाते लोग। सोशल मीडिया बुधवार को ताइवान में आए भूकंप के दृश्यों से भरा पड़ा है। ताइवान ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.2 थी। ताइवान में इतने भूकंप क्यों आते हैं? वजह है इसकी भौगोलिक स्थिति। ताइवान, पेरू, चिली, जापान, कनाडा प्रशांत महासागर में स्थित इन देशों में भूकंप की अधिक घटनाओं का एक सामान्य कारण है - रिंग ऑफ फायर।
प्रशांत महासागर में Ring Of Fire क्या है?
प्रशांत महासागर दुनिया का सबसे बड़ा महासागर है। यहां सीस्मिक फॉल्ट्स का एक पूरा घेरा मौजूद है जिसे 'रिंग ऑफ फायर' कहा जाता है। इसमें सैकड़ों ज्वालामुखी और भूकंप-वाली जगहें हैं। घोड़े की नाल जैसा दिखने वाला यह इलाका करीब 40,250 किलोमीटर लंबा है। दुनिया के 90% भूकंप इसी 'रिंग ऑफ फायर' में आते हैं। 'रिंग ऑफ फायर' में ताइवान के अलावा अमेरिका, इंडोनेशिया, मेक्सिको, जापान, कनाडा, रूस, ग्वाटेमाला, चिली, पेरू और फिलीपींस आते हैं।
Ring Of Fire में इतने भूकंप क्यों आते हैं?
'रिंग ऑफ फायर' में कई टेक्टॉनिक प्लेटें आकर मिलती हैं। इनमें यूरेशियन, नॉर्थ अमेरिकन, कोकोस, कैरेबियन, नाजका, अंटार्कटिक, भारतीय, ऑस्ट्रेलियन, फिलीपीन सी व अन्य छोटी प्लेटें शामिल हैं। ये सभी प्लेटें मिलकर बड़ी प्रशांत प्लेट को घेरे हुए हैं। ये प्लेटें लगातार मूव करती रहती हैं। कभी आपस में टकराती हैं तो कभी एक-दूसरे को छूती हुई निकल जाती हैं। ताइवान में अधिकतर भूकंप फिलीपीन प्लेट और यूरोपियन प्लेट के टकराव की वजह से आते हैं। इन्हीं प्लेटों की वजह से 'रिंग ऑफ फायर' में सैकड़ों ज्वालामुखी मौजूद हैं।
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