
Hathnikund Barrage: देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर बाढ़ के खतरे की चपेट में है। हरियाणा के यमुनानगर में स्थित हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। इसके अलावा प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और बाढ़ से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं।
हथिनीकुंड बैराज से पानी का रिसाव
दरअसल, हथिनीकुंड बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी दिल्ली में बाढ़ के खतरे का प्रमुख कारण बन रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, बैराज से 51,502 क्यूसेक से लेकर 1.78 लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया है, जो इस मॉनसून सीजन में अब तक का सबसे अधिक प्रवाह है। भारी बारिश के कारण बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए हैं और यह पानी अगले 48 से 72 घंटों में दिल्ली पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा वजीराबाद और ओखला बैराज से भी क्रमशः 34,120 क्यूसेक और 42,006 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसने यमुना के जलस्तर को और बढ़ा दिया है।
यमुना का जलस्तर
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 204.5 मीटर को पार कर चुका है और कुछ स्थानों पर यह खतरे के निशान 205.33 मीटर के करीब पहुंच गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पानी का प्रवाह इसी गति से जारी रहा, तो अगले 24 घंटों में नदी का जलस्तर और ऊपर जा सकता है। इससे निचले इलाकों जैसे आईटीओ, मयूर विहार, गीता कॉलोनी, और कश्मीरी गेट में जलभराव और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में अगले 48 घंटों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के कारण यमुना और उसकी सहायक नदियों में पानी का बहाव बढ़ गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने भी स्थिति को और जटिल बना दिया है। मौसम विभाग ने दिल्लीवासियों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
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