नई दिल्ली: जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमो ने अपने पति की रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।सोनम वांगचुक को लद्दाख में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़काने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया था और राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।लेह में हुई हिंसा के बाद वांगचुक पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
अपने पति, जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से संपर्क करने के लिए क्या उन्हें न्यायिक मदद मिल रही है, इस पर गीतांजलि आंगमो ने कहा, "बिल्कुल नहीं। मुझे केवल एक शीर्ष संस्था के सदस्य का फोन आया कि उन्हें DSP का फ़ोन आया है जिसमें कहा गया है कि कुछ लोग (सोनम वांगचुक) से मिल सकते हैं। मैंने उनसे कहा कि मुझे यह लिखित में चाहिए। लेकिन मुझे ऐसा कुछ कभी नहीं मिला। दिल्ली में हर जगह मेरा पीछा किया जा रहा है। मैं जहां भी जाती हूं एक कार मेरा पीछा करती है। हमारे साथ मिलकर काम करने वाले कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। वे पुलिस हिरासत में हैं। उन्हें पीटा जा रहा है। उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
यह संदेश पूरे भारत में पहुंचना चाहिए- गीतांजलि आंगमो
गीतांजलि आंगमो ने कहा कि एक तरफ़, सोनम को अमानवीय तरीके से हिरासत में लिया जा रहा है, और दूसरी तरफ़, हमारे ख़िलाफ़ एक अभियान तेज़ कर दिया गया है। यही कारण है कि हमें सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा। मुझे चिंता है कि जेल में उनके साथ कैसा व्यवहार हो रहा होगा। यह संदेश पूरे भारत में पहुंचना चाहिए। अगर एक सेलिब्रिटी के लिए न्याय में देरी हो सकती है, जिसके साथ पूरा देश एकजुट है, जिसने ज़मीनी स्तर पर काम किया है।
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