
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में 27साल बाद जीत हासिल करने के बाद, बीजेपी अब दिल्ली में सरकार के गठन के लिए विचार कर रही है। हालांकि, यह लगभग तय है कि प्रधानमंत्री के दिल्ली लौटने के बाद ही मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के नामों की घोषणा होगी। पार्टी के नेताओं का मानना है कि सरकार में किसकी क्या भूमिका होगी, यह पार्टी का शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा। पार्टी के हालिया फैसलों को देखते हुए, सीनियर नेताओं को भी यह नहीं पता कि दस महत्वपूर्ण पदों के लिए किसका नाम तय होगा।
खबरों के अनुसार, सरकार गठन के लिए मंथन चल रहा है और जातिगत, सामाजिक और भौगोलिक समीकरणों के आधार पर संभावित नामों पर विचार किया जा रहा है। बीजेपी के 48विधायक विधानसभा में पहुंचे हैं, जिनमें से कुछ नए हैं और कुछ अन्य पार्टियों से आए हैं। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि इनमें से कौन कैबिनेट में शामिल होगा।
मुख्यमंत्री का चयन
बीजेपी के नेताओं का मानना है कि मुख्यमंत्री मौजूदा विधायकों में से ही चुना जाएगा। यदि सांसद को मुख्यमंत्री बनाया गया, तो दिल्ली में दो उपचुनाव कराए जाने की आवश्यकता होगी। इस वजह से पार्टी नेतृत्व मौजूदा विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री बनाने पर विचार कर सकता है।
महत्वपूर्ण पदों का वितरण
दिल्ली में मुख्यमंत्री के अलावा अधिकतम छह मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और मुख्य सचेतक के पद भी होंगे। पार्टी इस बात पर भी विचार कर रही है कि क्या महिला को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, या फिर महिला को मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण पद दिया जाएगा।
उम्मीदवारों के नाम
पार्टी द्वारा जिन नेताओं को विभिन्न समुदायों से दावेदार माना जा रहा है, वे निम्नलिखित हैं:
सिख समुदाय:अरविंदर सिंह लवली, मनजिंदर सिंह सिरसा, तरविंदर सिंह मारवाह
जाट समुदाय:प्रवेश वर्मा, कैलाश गहलोत
महिला:शिखा रॉय, रेखा गुप्ता, पूनम शर्मा
अनुसूचित जाति:राजकुमार चौहान, कैलाश गंगवाल, रविकांत उज्जैन
वैश्य समुदाय:विजेन्द्र गुप्ता, तिलक राम गुप्ता, अनिल गोयल
ब्राह्मण:पवन शर्मा, सतीश उपाध्याय, अनिल शर्मा
पंजाबी:आशीष सूद, उमंग बजाज, राजकुमार भाटिया
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