2016 की दर्दनाक कहानी अब 17 छात्राओं की बनेगी आवाज, 9 साल पुरानी FIR में छिपे चैतन्यानंद के गंदे राज

2016 की दर्दनाक कहानी अब 17 छात्राओं की बनेगी आवाज, 9 साल पुरानी FIR में छिपे चैतन्यानंद के गंदे राज

Swami Chaitanyanand Scandal: दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SIIM) के पूर्व प्रमुख स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी इन दिनों यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों से घिरे हुए हैं। 17से ज्यादा छात्राओं ने उन पर शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसके बाद वह फरार हो चुके हैं। लेकिन यह पहली बार नहीं है जब चैतन्यानंद का नाम ऐसी विवादों से जुड़ा। नौ साल पहले यानी साल 2016में एक 21वर्षीय छात्रा ने भी उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती बयान की थी। आज, जब पुरानी फाइलें फिर से खुल रही हैं, तो वह दर्दनाक कहानी नई पीड़िताओं की आवाजों से गूंज रही है।

2016की काली रात का सच

दरअसल, साल 2016में दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च में पढ़ने वाली एक 21वर्षीय छात्रा ने चैतन्यानंद पर छेड़खानी और यौन शोषण का आरोप लगाया था। FIR में दर्ज बयान के अनुसार, चैतन्यानंद उसे 'स्वीट गर्ल' और 'बेबी' कहकर बुलाते थे। वह संस्थान में केवल आठ महीने ही पढ़ीं, लेकिन इस दौरान चैतन्यानंद ने उन्हें बार-बार अकेले बुलाया और अनुचित व्यवहार किया। छात्रा ने आगे बताया कि एक रात जब वह अपने कमरे में अकेली थीं, चैतन्यानंद ने दरवाजा खटखटाया और अंदर घुस आए। उन्होंने उसे गले लगाने की कोशिश की, जिससे छात्रा डर गई और चीखने-चिल्लाने लगीं। 

वहीं, इस घटना के बारे में पीड़िता के पिता को पता चला तो वह तुरंत पहुंचे और बेटी को लेकर वहां से चले गए। छात्रा इतनी डरी हुई थी कि वह अपना बैग और जरूरी दस्तावेज तक वहीं छोड़ के चली गई, लेकिन चैतन्यानंद के लोग उनका पीछा करते हुए उनके घर तक पहुंच गए। जिसके बाद से उसे रोज धमकियां मिलने लगी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। यह मामला आईपीसी की धारा 354 (महिला की गरिमा का हनन) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत दर्ज हुआ। हालांकि, चैतन्यानंद ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि यह सब साजिश है। लेकिन अब, नौ साल बाद यह पुरानी FIR नई जांच का आधार बन रही है।

आरोपों के बाद फरार हुए बाबा

वहीं, सितंबर 2025में, चैतन्यानंद सरस्वती फिर से यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों से घिरे हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ नई FIR दर्ज की है। जिसमें 17छात्राओं ने यौन उत्पीड़न, धमकी और दबाव बनाने के आरोप लगाए हैं। पीड़िताओं ने अपने बयान में कहा कि चैतन्यानंद उन्हें तरह-तरह के नामों से बुलाता था। उन्हें अकेले में बुलाता था और गंदी-गंदी बातें करता था।

जानकारी के अनुसार, चैतन्यानंद का आश्रम और संस्थान ओडिशा से दिल्ली तक फैला हुआ था। वहां छात्राओं को आकर्षित करने के लिए 'आध्यात्मिक सत्र' का आयोजन किया जाता है। लेकिन असल में यह सब शोषण का बहाना था। वहीं, पुलिस छापेमारी में आश्रम से कई दस्तावेज बरामद हुए, जो पुराने मामलों से जुड़े हैं। 2009 से ही उनके खिलाफ पहला केस दर्ज हो चुका था, लेकिन हर बार वह बच निकलते रहे।

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